फरवरी के पहले हफ्ते से मंदिर का काम होगा शुरू श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि हमने सोचा था कि मंदिर निर्माण अगर जून से प्रारंभ कर देंगे, तो हम 39 महीने में पूरा कर लेंगे। लेकिन अभी 7 महीने से तकनीकी, वैज्ञानिक, इंजीनियरिंग, स्टडी, एक्सपेरिमेंट, ट्रायल और टेस्टिंग हो रहा था। अब लगभग देश की बड़ी-बड़ी आईआईटीज के प्रोफेसर भिन्न-भिन्न प्रकार के एक्सपेरिमेंट करके एक मत हो गए हैं। अब मैं ऐसा कह सकता हूं कि वहां फाउंडेशन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। फाउंडेशन बनने से पहले मिट्टी हटाई जाती है, ये काम शुरू हो गया है। चंपत राय ने कहा कि अगर मैं 1 फरवरी 2021 से मंदिर की नींव के काम की शुरुआत मान लूं, तो जो हमने प्रारंभ में 39 महीने सोचा था, उसी कार्यावधि में समाज को मंदिर समर्पित हो जाएगा।
26 जनवरी को पड़ेगी मस्जिद की नींव अयोध्या के धन्नीपुर में गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण के साथ मस्जिद की नींव रखी जाएगी। इस दौरान पौधरोपण भी किया जाएगा। यह निर्णय इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन की वर्चुअल बैठक में लिया गया। बैठक में तय हुआ कि नींव रखे जाने से पहले अयोध्या जिला बोर्ड से योजना की मंजूरी के लिए आवेदन और रौनाही में मिले 5 एकड़ के भूखंड के मिट्टी परीक्षण की प्रक्रिया 23 जनवरी से शुरू कराई जाएगी। इसके साथ ही परियोजना की औपचारिक शुरुआत हो जाएगी। इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के सचिव अतहर हुसैन ने बताया कि चेयरमैन जफर अहमद फारूकी की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय किया गया कि मस्जिद की नींव रखने का कार्यक्रम बेहद सादगी के साथ होगा। इस दौरान ट्रस्ट के सभी 9 सदस्य भी मौजूद रहेंगे। मस्जिद के निर्माण के साथ ही वहां एक अस्पताल, संग्रहालय, पुस्तकालय, सामुदायिक रसोई, इंडो इस्लामिक कल्चरल रिसर्च सेंटर, एक प्रकाशन हाउस का भी निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि 26 जनवरी को सुबह 8.30 बजे मस्जिद परियोजना के 5 एकड़ भूखंड पर एक राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा। इसके बाद सदस्य ट्रस्टी और फाउंडेशन के मुख्य ट्रस्टी मस्जिद की नींव रखेंगे।