scriptआठ दिसंबर को लगेगी राम मंदिर के मूल ढांचे पर आखिरी मुहर, ग्लोबल टेंडर से होगा अयोध्या का विकास | Ram Mandir Nirman Samiti meeting in Ayodhya | Patrika News

आठ दिसंबर को लगेगी राम मंदिर के मूल ढांचे पर आखिरी मुहर, ग्लोबल टेंडर से होगा अयोध्या का विकास

locationअयोध्याPublished: Dec 05, 2020 10:12:17 am

बैठक में मंदिर के नींव की मजबूती के लिए विशेषज्ञों की ओर से तैयार प्रस्ताव पर गहन विचार-विमर्श होगा और अंतिम प्रारूप पर मुहर लगेगी।

आठ दिसंबर को लगेगी राम मंदिर के मूल ढांचे पर आखिरी मुहर, ग्लोबल टेंडर से होगा अयोध्या का विकास

आठ दिसंबर को लगेगी राम मंदिर के मूल ढांचे पर आखिरी मुहर, ग्लोबल टेंडर से होगा अयोध्या का विकास

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

अयोध्या. सात और आठ दिसंबर को श्री राम जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक होगी। जिसमें मंदिर निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर निर्णायक चर्चा होगी। मूल ढांचे के निर्माण पर भी मुहर लग सकती है। इसमें निर्माण समिति सहित एलएंडटी, टाटा के कंसल्टेंट इंजीनियर और आईआईटी चेन्नई समेत देशभर के दूसरे विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र दिल्ली से बैठक में शामिल होने आएंगे। वह दो दिनों के प्रवास के दौरान ट्रस्ट के सदस्यों के साथ बैठक भी कर सकते हैं। बैठक में मंदिर के नींव की मजबूती के लिए विशेषज्ञों की ओर से तैयार प्रस्ताव पर गहन विचार-विमर्श होगा और अंतिम प्रारूप पर मुहर लगेगी। 1000 साल तक अक्षुण्य रहने वाले कालजई मंदिर के लिए नींव की मजबूती को बेहद अहम माना जा रहा है। ट्रस्ट नींव की मजबूती से कोई समझौता नहीं करना चाहता। 360 फीट लंबे, 235 फीट चौड़े और 161 फीट ऊंचे मंदिर के लिए 20 से 60 मीटर तक गहरी और 1 मीटर व्यास की 1200 पाइलिंग होनी है।
अयोध्या में ग्लोबल टेंडर

अयोध्या में भगवान श्रीराम की भव्य प्रतिमा स्थापित करने के लिए ग्लोबल टेंडर के माध्यम से विश्वस्तरीय कंसल्टेंट की सेवाएं ली जाएंगी। राजकीय निर्माण निगम के एमडी यूके गहलोत के मुताबिक इस प्रोजेक्ट की ड्राइंग-डिजाइन तैयार करने के लिए विश्वस्तरीय कंसल्टेंट की सेवाएं ली जाएंगी। आर्किटेक्ट और कंसल्टेंट के चयन के लिए ग्लोबल टेंडर निकाला जा रहा है। सरकार प्रतिमा के निर्माण में आमजन तथा सीएसआर की मदद लेगी। यह प्रतिमा कांसे से बनेगी। कंसल्टेंट और राजकीय निर्माण निगम अधिग्रहीत भूमि का निरीक्षण करेंगे, उसके बाद मूर्ति की ऊंचाई 200 से 251 मीटर के बीच तय की जाएगी। ज्यादा कोशिश यह रहेगी कि ऊंचाई 251 मीटर हो। श्रीराम की मूर्ति के अलावा इस प्रोजेक्ट में अन्य कई योजनाएं भी समाहित की गई हैं।
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