गणतंत्र दिवस की परेड में पहली बार दिखाई जाएगी 'राम मंदिर' की झांकी, दुनिया देखेगी अयोध्या की भव्य रामलीला और दीपोत्सव का आयोजन
- राजपथ पर पहली बार होगी 'राम मंदिर' की झांकी
- उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर अयोध्या के नाम से निकलेगी झांकी
- प्रयागराज पहुंचे मंदिर निर्माण के कूपन, 14 से श्रीगणेश

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
अयोध्या. रामनगरी अयोध्या की भव्य रामलीला और दीपोत्सव को अब पूरी दुनिया देखेगी। ऐसा इसिलए क्योंकि पहली बार गणतंत्र दिवस के मौके पर रामलीला का मंचन उत्तर प्रदेश की ओर से प्रस्तुत की जाने वाली झांकी में दिखाया जाएगा। इसको लेकर साधु-संतों उत्साह है। वही अयोध्या से बीजेपी सांसद लल्लू सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच की सराहना की है।
इस बार राजपथ पर होने वाली परेड में अयोध्या के प्रस्तावित राम मंदिर मॉडल के साथ ही श्रीराम के चरित्र को प्रदर्शित करने वाली झांकी दिखाई जाएगी। इससे पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दीपोत्सव के अवसर पर जब भी अयोध्या आते, तब श्रीराम की जीवनलीला को लेकर अलग-अलग झांकियां निकलतीं। इसकी शुरुआत भी मुख्यमंत्री योगी के कार्यकाल के दौरान हुई। इसलिए, अयोध्या आने के बाद सबसे पहले योगी आदित्यनाथ इन्हीं झांकियों की अगवानी करते हैं और पुष्पक विमान से जब राम, सीता और लक्ष्मण अयोध्या पहुंचते हैं तो वो न सिर्फ उनकी पूजा अर्चना करते हैं बल्कि आरती उतारने के बाद राज तिलक में भी शामिल होते हैं। योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में शुरू हुए इस कार्य की झलक दिल्ली के राजपथ में दिखाई देगी।

देश की संस्कृति को झांकी के माध्यम से दिखाएंगे
अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह ने इस पर कहा कि यह हमारे लिए बहुत ही खुशी की बात है कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ की परेड में प्रभु श्रीराम की झांकी दिखेगी। यह निर्णय करके प्रधानमंत्री ने देश की संस्कृति और मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम जन-जन में अपने चरित्र के माध्यम से समाज को संदेश देने का काम किया है। देश की संस्कृति, सभ्यता और भगवान श्रीराम के चरित्र को झांकी के माध्यम से पूरे देश को बताने का कार्य करेंगे।
राम जन्मभूमि के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि यह बहुत ही प्रसन्नता का विषय है कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर होने वाली परेड में अयोध्या की झांकी को स्थान मिला है। भगवान राम का मंदिर और उनके स्वरूप की झांकी दिल्ली में परेड पर दिखाई जाएगी। झांकी देखकर लोग आकर्षित होंगे। झांकी को देखकर देश और विदेश के लोग प्रसन्न होंगे। ये कार्य अत्यंत सराहनीय है।
रामराज्य का श्रीगणेश
तपस्वी छावनी के महंत संत परमहंस ने भी इस सोच की सराहना की। उन्होंने कहा कि श्रीराम का चरित्र मानव के लिए आदर्श है। ये रामराज्य का श्री गणेश है। भारत को विश्वगुरु के पद पर प्रतिष्ठित करने का ये एक सराहनीय कदम होगा।
प्रयागराज पहुंचे मंदिर निर्माण के कूपन
श्रीराम के दिव्य और भव्य मंदिर निर्माण के लिए जन संपर्क अभियान तेज हो गया है। राम मंदिर निर्माण में प्रत्येक की सहभागिता हो, इसके लिए 14 जनवरी से धन संग्रह का अभियान शुरू किया जाएगा। विहिप का दावा है कि यह अभियान अब तक का सबसे बड़ा जनसंपर्क व धन संग्रह अभियान साबित होगा। इस अभियान के लिए प्रयागराज में कूपन भी पहुंचने शुरू हो गए हैं। इसमें 10 रुपये, 100 रुपये और 1000 रुपये तक के कूपन हैं। इससे अधिक सहयोग राशि जो देना चाहते हैं उनके लिए रसीद की व्यवस्था है। इस अभियान में लोगों से अधिकतम सहयोग का आह्वान किया जा रहा है। विहिप, आरएसएस, विद्यार्थी परिषद सहित अन्य सहयोगी संस्थाओं के सदस्य भी लगेंगे। साधु संत भी अपने मठ से निकलेंगे और आम जनमानस से श्री राम के मंदिर निर्माण के लिए सहयोग लेंगे।
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