तीन मंजिला मंदिर के प्रथम तल पर रामदरबार की स्थापना होगी, जबकि दूसरे तल को खाली छोड़ा जाएगा। और अगले 2 वर्ष में ऊंचे शिखर को तैयार कर पताका फहराया जाएगा। मंदिर के चारों कोने पर विराजेंगे देवी देवता
मंदिर के चारों ओर आयताकार दीवार (परकोटा) बनाया जा रहा है। परकोटा 14 फीट चौड़ा व 800 मीटर लंबा है। परकोटे के चारों कोने पर भगवान सूर्य, माता भगवती, गणपति व शंकर के मंदिर स्थापित होंगे।
भगवान की रसोई घर में अन्नपूर्णा देवी का होगा वास गर्भगृह में भगवान विष्णु के रूप में श्रीरामलला की स्थापना होगी। मंदिर के उत्तर व दक्षिण में भी हनुमान व अन्नपूर्णा का मंदिर स्थापित होगा।
25000 क्षमता वाला बन रहा सुविधा केंद्र चंपत राय ने बताया कि बिजली के लिए पावर स्टेशन की स्थापना की जा रही है। परिसर में हर रोज करीब दो लाख लीटर पेयजल की आवश्यकता होगी। अग्निशमन केंद्र की स्थापना की जा रही है। भक्तों की सुविधा के लिए 25 हजार की क्षमता वाला सुविधा केंद्र बनाया जा रहा है।
श्रद्धालुओं के लिए छायादार होगा जन्मभूमि पथ उन्होंने बताया कि राम मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए तैयार की जा रहे है। जन्मभूमि को भी सुविधा के अनुकूल बनाया जा रहा है हालांकि ट्रस्ट राज्य सरकार को पत्र भेजकर जन्मभूमि पथ को छायादार बनाए जाने की मांग रखेगा।