जानकारी के मुताबिक, साधु राम दास त्यागी भोपाल से अयोध्या दर्शन करने आए थे। हनुमान गढ़ी में दर्शन के दौरान एक युवक ने उनका बैग छीन लिया, जिसे उन्होंने पुलिस के हवाले कर दिया था। पेट्रोल छिड़कर आत्मदाह करने से पहले साधु का आरोप था कि पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया और उल्टा चोर को भगा दिया। साधु वह केस दर्ज कराने के लिए थाने के चक्कर काटता रहा। उसके पास घर जाने के पैसे भी नहीं थे। इससे परेशान होकर साधू ने थाने में ही अपने ऊपर पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली।
संतों ने दी मौन श्रद्धांजलि
अयोध्या रामकोट स्थित प्रसिद्ध पीठ रंगमहल में दिवंगत संत रामदास को महंत रामशरण दास महाराज की अध्यक्षता में मौन श्रद्धांजलि दी गयी। अयोध्या के सभी संतों ने भोपाल मध्य प्रदेश स्थित हनुमान मंदिर के संत रामदास ‘त्यागी’ की मौत को दुखद बताया है। महंत रामशरण दास ने कहा कि इस तरह से एक संत की मौत होना बड़ा ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह से एक संत की मौत ने इस घटना से सम्पूर्ण अयोध्या को झकझोर दिया है। उन्होंने कहा कि घटना की उच्चस्तरीय जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाय।
अयोध्या रामकोट स्थित प्रसिद्ध पीठ रंगमहल में दिवंगत संत रामदास को महंत रामशरण दास महाराज की अध्यक्षता में मौन श्रद्धांजलि दी गयी। अयोध्या के सभी संतों ने भोपाल मध्य प्रदेश स्थित हनुमान मंदिर के संत रामदास ‘त्यागी’ की मौत को दुखद बताया है। महंत रामशरण दास ने कहा कि इस तरह से एक संत की मौत होना बड़ा ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह से एक संत की मौत ने इस घटना से सम्पूर्ण अयोध्या को झकझोर दिया है। उन्होंने कहा कि घटना की उच्चस्तरीय जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाय।
साधु की मौत अयोध्या के लिये दुखद
अयोध्या संत समिति अध्यक्ष सनकादिक आश्रम के महंत कन्हैया दास ने कहा कि यह अमानवीय घटना के कारण उत्पन्न परिस्थिति का परिणाम है, जिसमें एक संत ने अपने आप को बलिदान कर दिया। यह घटना भ्रष्टाचार और लापरवाही का जीता जागता उदाहरण है। इसे सरलता से पचाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि अयोध्या का प्रसिद्ध स्थल हनुमान गढ़ी मंदिर, जहां पर बहुत से श्रद्धालु दर्शन मात्र के लिए आते हैं, उस स्थान पर चोरी जैसी घटना हो और उसके बाद भी थाने संत का मुकदमा न दर्ज किया जाये तथा आत्मदाह के लिए के लिए मजबूर हो। इस घटना की जांच होनी चाहिए और ऐसे लोगों पर आपराधिक मुकदमा हो यह अयोध्या के लिए दुखद घटना है।
अयोध्या संत समिति अध्यक्ष सनकादिक आश्रम के महंत कन्हैया दास ने कहा कि यह अमानवीय घटना के कारण उत्पन्न परिस्थिति का परिणाम है, जिसमें एक संत ने अपने आप को बलिदान कर दिया। यह घटना भ्रष्टाचार और लापरवाही का जीता जागता उदाहरण है। इसे सरलता से पचाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि अयोध्या का प्रसिद्ध स्थल हनुमान गढ़ी मंदिर, जहां पर बहुत से श्रद्धालु दर्शन मात्र के लिए आते हैं, उस स्थान पर चोरी जैसी घटना हो और उसके बाद भी थाने संत का मुकदमा न दर्ज किया जाये तथा आत्मदाह के लिए के लिए मजबूर हो। इस घटना की जांच होनी चाहिए और ऐसे लोगों पर आपराधिक मुकदमा हो यह अयोध्या के लिए दुखद घटना है।
विहिप के मीडिया प्रभारी बोले
विहिप के प्रान्तीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि यह हादसा दुखद और गंभीर है। इस घटना में जो लोग दोषी हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिये। राम जन्मभूमि के मुख्य अर्चक ने कहा कि अयोध्या में एक संत के साथ हुए चोरी जैसी घटना के बाद प्रशासन से मदद की पुकार करने के बाद कोई कार्यवाही नहीं की गई। निराश हो कर उसने आत्महत्या कर लिया। इसलिए हम सरकार से मांग करते हैं कि इस घटना की जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही हो।
विहिप के प्रान्तीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि यह हादसा दुखद और गंभीर है। इस घटना में जो लोग दोषी हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिये। राम जन्मभूमि के मुख्य अर्चक ने कहा कि अयोध्या में एक संत के साथ हुए चोरी जैसी घटना के बाद प्रशासन से मदद की पुकार करने के बाद कोई कार्यवाही नहीं की गई। निराश हो कर उसने आत्महत्या कर लिया। इसलिए हम सरकार से मांग करते हैं कि इस घटना की जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही हो।
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