विश्व प्रवासी सामाजिक सांस्कृतिक संघ के स्थापना दिवस के मौके पर अयोध्या के जानकी घाट स्थित बड़ा स्थान पर संतों की बड़ी बैठक का आयोजन किया गया इस बैठक में विश्व प्रवासी सामाजिक सांस्कृतिक संघ से जुड़े कई प्रदेशों के लोग भी मौजूद रहे बैठक में देश में देश की संस्कृति राम राज्य की स्थापना के साथ गंगा और गौ संरक्षण के लिए देशव्यापी अभियान के साथ चीन से देश के महत्वपूर्ण अंग रहे कैलाश मानसरोवर को भी मुक्त कराने को लेकर संकल्प लिया गया बैठक के बाद इस अभियान को लेकर संतो के नेतृत्व में मार्च भी निकाला गया जिसमें चीन मुर्दाबाद के साथ कैलाश मानसरोवर को मुक्ति किए जाने के नारे लगाए गए।
विश्व प्रवासी सामाजिक संस्कृतिक संघ के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष महंत जन्मेजय शरण ने बताया कि आज विश्व प्रवासी सामाजिक संस्कृतिक संघ के स्थापना दिवस पर साधु संतों ने संकल्प लिया है कि जिस प्रकार से चीन ने आज हमारे देश में जो कुर्तियां फैलाया है जिसका बहिष्कार करना है और कैलाश मानसरोवर को पुनः भारत में मिलाना है। और चीन के बहिष्कार करना है चीन के दादागिरी को मुंहतोड़ जवाब देना है इसके लिए सारे संत धर्माचार्य संकल्प है और यह अभियान है कि जब तक कैलाश मानसरोवर को भारत में नहीं जोड़ दिया जाएगा तब तक यह अभियान समाप्त नहीं होगा