ज्ञानवापी में माता गौरी के पूजन की मिली अनुमति ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि जिस प्रकार से हिंदू जन भावना वहां पर जुड़ी हुई थी जिस प्रकार से गौरी मैया के पूजन के लिए हमारी माताएं कोर्ट गई कि मुझको डेली पूजन की अनुमति दी जाए । लेकिन कोर्ट ने आदेश भी दिया वीडियोग्राफी का जिस प्रकार से मस्जिद परिसर का देखरेख करने वाले लोग और मुस्लिम लोगो ने इसका विरोध किया यह निंदनीय था दुर्भाग्यपूर्ण था। महंत राजू दास ने कहा कि जो इस काम में बाधा उत्पन्न करेगा उसके खिलाफ एफ आई आर दर्ज करो और 17 तारीख तक रिपोर्ट पेश करो और जो विपक्षियों ने कहा कि फलां व्यक्ति को हटाया जाए उसमें कोर्ट ने कहा कि एक व्यक्ति भी रहेगा उसके बावजूद एक और व्यक्ति की नियुक्ति की जाएगी अब तक खाने का चाहे ताला तोड़ ना पड़े चाहे बैरिकेडिंग को उखाड़ ना पड़े वेरी केटिंग को उखाड़ करते तयखाना किक ताला खोलकर इसकी वीडियो ग्राफी हो और इसकी पूरे ज्ञानवापी परिसर की वीडियोग्राफी हो ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा क्योंकि यह मंदिर है इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है लेकिन लोग मानने के लिए तैयार नहीं है।
ज्ञानवापी मस्जिद के तहखानों का भी हो सर्वे वही रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि जो भी कोर्ट फैसला करता है वह बहुत अच्छी बात है उसको हम सर्वमान्य मानते हैं और उसके अनुसार ही हम अपने को धन्य समझते हैं मंदिर और मस्जिद के विषय में जो निर्णय कोर्ट ने किया है और आगे सर्वे में जो आया है उसी के आधार पर वह अपना आदेश पारित करेगा। सत्येंद्र दास पुजारी ने कहा कि अभी और कार्य बाकी है सर्वे मैं भी बहुत कुछ बाकी है जो तहखाना है उसको भी देखना है उसके अंदर अभी सर्वे नहीं हो पाया है जो आदेश अभी तक कोर्ट ने दिया है और जो होने वाला है उन सभी का निर्णय 17 तक हो जाएगा।