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पत्र में बताया गया है कि इस वर्ष बकरीद का त्यौहार श्रावण मास ( sawan 2019 ) के दौरान मनाया जायेगा। 11 अगस्त को पुत्रदा एकादशी ( Putrda Ekadashi ) रहेगी, इस अवसर पर सरयू स्नान ( Saryu Nadi ) व मन्दिरों में झूलनोत्सव ( Sawan Jhoola Mela 2019 ) का कार्यक्रम होगा। 12 अगस्त 2019 को श्रावण मास ( Sawan Mela ) का अन्तिम सोमवार ( Sawan Ka Akhiri Somwar ) है इस अवसर पर काफी संख्या में श्रद्धांलु सरयू स्नान करते है और जल लेकर मन्दिरों मे चढ़ाते है, 13 अगस्त 2019 को श्रावण मास की त्रयोदशी पड़ेगी इस अवसर पर नागेश्वर नाथ मन्दिर/( Nageshwarnath Mandir ) शिवालयों पर काफी भीड़ होगी। इसलिए कावड़ियों के आवागमन, अधिक संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ तथा उक्त त्यौहार के दृष्टिगत विशेष सतर्कता बरता जाना आवश्यक है ।
पत्र में बताया गया है कि इस वर्ष बकरीद का त्यौहार श्रावण मास ( sawan 2019 ) के दौरान मनाया जायेगा। 11 अगस्त को पुत्रदा एकादशी ( Putrda Ekadashi ) रहेगी, इस अवसर पर सरयू स्नान ( Saryu Nadi ) व मन्दिरों में झूलनोत्सव ( Sawan Jhoola Mela 2019 ) का कार्यक्रम होगा। 12 अगस्त 2019 को श्रावण मास ( Sawan Mela ) का अन्तिम सोमवार ( Sawan Ka Akhiri Somwar ) है इस अवसर पर काफी संख्या में श्रद्धांलु सरयू स्नान करते है और जल लेकर मन्दिरों मे चढ़ाते है, 13 अगस्त 2019 को श्रावण मास की त्रयोदशी पड़ेगी इस अवसर पर नागेश्वर नाथ मन्दिर/( Nageshwarnath Mandir ) शिवालयों पर काफी भीड़ होगी। इसलिए कावड़ियों के आवागमन, अधिक संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ तथा उक्त त्यौहार के दृष्टिगत विशेष सतर्कता बरता जाना आवश्यक है ।
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जिलाधिकारी ने पत्र में ये भी कहा है कि भले ही जनपद में किसी विवाद की सूचना नहीं मिली है, फिर भी बकरीद का पर्व पूर्णरूपेण सौहार्दपूर्ण वातावरण मे मनाये जाने के सम्बन्ध में विशेष सतर्कता की आवश्यकता है। छोटी-छोटी बातों को लेकर एका-एक तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो जाती है और अवांछनीय तत्व स्थिति का लाभ उठाकर साम्प्रदायिक दुर्भावना फैलाने का प्रयास कर सकते है इसलिए ऐसे तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी दृष्टि रखी जाये। जिलाधिकारी ने अपने पत्र में जारी किये निर्देश, नगर मजिस्ट्रेट/रेजीडेण्ट मजिस्ट्रेट, अयोध्या तथा समस्त उप जिला मजिस्ट्रेट अपने-अपने क्षेत्रों में विगत वर्षो मे शासन द्वारा सद्भावना एवं शान्ति व्यवस्था बनाये रखने के लिए दिये गये निर्देशोें का अवलोकन कर लें तथा अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर यह सुनिश्चित कर लें कि कहीं ईदगाह अथवा नमाज पढ़ने के स्थल पर कोई विवाद तो नहीं है। यदि ऐसा पाया जाता है तो स्थानीय सम्भ्रान्त लोगों/शान्ति समितियों की अपने-अपने क्षेत्रों के ( Ayodhya Police ) थानो पर पर्व के पूर्व बैठक करके सम्भावित विवाद को निपटायें एवं शान्ति व्यवस्था सुनिश्चित करायें तथा यह भी सुनिश्चित करें कि कोई नई परम्परा न पड़ने पाये। उक्त त्यौहार के दिन सु अर बाड़ो से सु अर का बाहर निकलना प्रतिबन्धित किया जाता है, यह प्रतिबन्ध पूरे दिन सम्पूर्ण नगर क्षेत्र अयोध्या के साथ पूरे जिले में प्रभावी होगा। इस प्रतिबन्ध का पूर्णतया अनुपालन नगर क्षेत्र में सम्बन्धित नगर आयुक्त/अधिशासी अधिकारीगण एवं जिले के सम्पूर्ण ग्रामीण क्षेत्र में सम्बन्धित उप जिला मजिस्ट्रेट अपने-अपने थानाध्यक्षों के माध्यम से सुनिश्चित करायेंगे।