श्रद्धालुओं के लिए दर्शन अवधि बढ़ाए जाने पर हुआ मंथन राम जन्मभूमि में रामलला के दर्शन की अवधि में 3 घंटे बढ़ाये जाने की तैयारी है। जिससे अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को श्री रामलला का दर्शन कराया जा सके। दरसल राम जन्मभूमि परिसर की स्थाई सुरक्षा समिति की बैठक किया गया। जिसमें शामिल होने के लिए आईबी निदेशक व डीजीपी मुकुल गोयल के साथ एडीजी सुरक्षा बी के सिंह और एडीजी जोन एस एन साबत ने राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा का जायजा लिया। वहीं परिसर में आयोजित सुरक्षा समिति की बैठक में राम मंदिर में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ बैठक करके रामलला के दर्शन अवधि को बढ़ाए जाने की चर्चा की है । माना जा रहा है कि जल्दी ही रामलला के दर्शन अवधि बढ़ेगी । इस समय रामलला का दर्शन दो पाली में हो रहा है । प्रथम पाली सुबह 7 बजे से 11 बजे तक व दूसरी पाली में दोपहर 2 बजे से 6 बजे तक दर्शन होता है । इस दौरान 10 हजार से ज्यादा श्रद्धालु रामलला का दर्शन करते है। लेकिन अभी श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है । तो वहीं सूत्रों के मुताबिक 1 घंटे सुबह व 2 घंटे शाम के दर्शन की अवधि मे बदलाव होंगे। ऐसे में डीजीपी मुकुल गोयल की अध्यक्षता में ट्रस्ट के साथ हुई बैठक में दर्शन लाइन की संख्या बढ़ाए जाने को लेकर भी चर्चा की गई। जिससे श्रद्धालुओं को सुगमता के साथ दर्शन प्राप्त हो सके ।
वीबीआईपी के लिए होगी अतिरिक्त व्यवस्था राम जन्मभूमि परिसर में भव्य मंदिर निर्माण की भी सुरक्षा बेहद अहम मानी जा रही है कारण कि निर्माण स्थल को लेकर भी सुरक्षा में नया बदलाव किया जाएगा। निर्माण स्थल पर होने वाली सभी मूवमेंट पर नजर रखी जा सके। एडीजी जोन एसएन सावत ने बताया कि पहले एक ही स्थान की सुरक्षा थी जब आज तक अस्थाई मंदिर में भगवान श्री रामलला विराजमान थे। लेकिन अब आने वाले समय में भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है ऐसे में वहां के स्ट्रक्चर की सुरक्षा के दृष्टि से किस प्रकार से व्यवस्थित किया जा सकता है उसके लिए भी हम लोग योजना बना रहे हैं। के साथ ही मंदिर निर्माण को लेकर जो कंस्ट्रक्शन वर्क चलेगा इस दौरान भी विशेष ध्यान रखने के लिए जो आवाजाही रहेगी। उसमें मेन पावर का उपयोग किन स्थानों पर किया जाएगा इस पर भी विचार किया है। और अयोध्या में वीवीआईपी मूवमेंट पर बने हैं। ऐसे में सुरक्षा व प्रोटोकॉल दोनों को सामान्य बनाने के लिए एक नए एडिशनल एसपी का पद सृजित किया जा सकता है इस पर भी चर्चा हुई है।