अयोध्या दौरे के बाद महाराष्ट्र में बना हिंदुत्व की सरकार राम नगरी अयोध्या में पिछले 15 जून को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे के साथ एकनाथ शिंदे अयोध्या पहुंचे थे। और रामलला के दर्शन कर वापस मुंबई पहुंचते ही उद्धव ठाकरे की सरकार को लेकर एकनाथ शिंदे ने हिंदुत्व को लेकर आरोप लगाते हुए सरकार से अलग होने का फैसला लिया। इस दौरान उनके साथ शिवसेना के दर्जनों विधायक अलग गुट तैयार कर लिया। लगभग 10 दिनों तक चले विवाद के बाद उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया तो भाजपा को समर्थन देते नई सरकार बनाई जिसमें एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया गया है। महाराष्ट्र में विभाग के पीछे अयोध्या दौरा माना जा रहा है यही कारण है कि बार नई सरकार का गठन होते ही अयोध्या में एकनाथ शिंदे समर्थन में पोस्टर लगाया गया है।
मुख्यमंत्री बनते ही एकनाथ शिंदे के लिए रामलला से लिया आशीर्वाद महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी और एकनाथ शिंदे के गुट के साथ नई सरकार के गठन पर कई समर्थक अयोध्या पहुंचे जहां रामलला का दर्शन कर एकनाथ शिंदे के लिए आशीर्वाद मांगा तो वही अयोध्या की राम घाट क्षेत्र स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर पर समर्थकों ने संतोष से आशीर्वाद लेते हुए मिठाई खिलाया और पटाखे जलाकर जश्न भी मनाया। दौरान अयोध्या पुर के समर्थक बाला मिलांदे ने कहा कि जिस प्रकार से महाराष्ट्र में हिंदुत्व को लेकर एकनाथ शिंदे ने सब कुछ छोड़ दिया और अब नई सरकार बनी है जिसमें शिंदे साहब को मुख्यमंत्री बनाया गया है तो हम लोगों का जो सपना था वह पूरा हुआ है इसलिए आज हम लोग रामलला का दर्शन करने के लिए अयोध्या आए है।
अयोध्या में एकनाथ शिंदे का होगा स्वागत : परशुराम दास संकट मोचन हनुमान मंदिर के महंत परशुराम दास ने कहा कि महाराष्ट्र में सबसे शिवसेना कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी तब से ही उद्धव ठाकरे की शिवसेना समाप्त हो गई थी। शिवसेना बाला साहब ठाकरे जो आज एकनाथ शिंदे ने उनके नाम को पुनः जीवित करने का कार्य किया है। और बहुत जल्द ही महाराज के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अयोध्या में रामलला का दर्शन करने के लिए आएंगे।