समाजवादी पार्टी विधानसभा अयोध्या और महानगर कमेटी के कार्यकर्ताओं ने महंगाई के विरोध में प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए गुलाब बाड़ी स्थित समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय लोहिया भवन से सिविल लाइन के लिए कूच किया। हालांकि पहले से मुस्तैद पुलिस प्रशासन ने जनपद में निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला देकर सपा कार्यकर्ताओं को रीडगंज चौराहे के पास ही रोक लिया। जहां समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की उसके बाद कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को संबोधित चार सूत्रीय ज्ञापन जिला प्रशासन के प्रतिनिधि सिटी मजिस्ट्रेट सत्य प्रकाश को सौंपा गया है।
जिला प्रशासन के माध्यम से भेजे गए ज्ञापन में समाजवादी पार्टी का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में आमजन महंगाई की मार से त्रस्त है। केंद्र की भाजपा सरकार ने रसोई गैस के मूल्य में बेतहाशा बढ़ोतरी कर दी जिससे लोगों के रसोई का बजट बिगड़ गया है। प्रदेश के गन्ना किसान बेहाल हैं। गन्ना किसानों को पर्चियां नहीं मिल पा रही हैं जिसके चलते उनका गन्ना चीनी मिल को नहीं जा पा रहा है।खेतों में खड़ी गन्ने की फसल सूख रही है और किसान आर्थिक चिंताओं को लेकर बदहाल है। बेरोजगारी के चलते युवा वर्ग परेशान है तो मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा। छुट्टा जानवरों से परेशान किसानों ने रात रात भर जाग जाग कर अपनी फसल बचाई तो अब बिक्री का संकट खड़ा हो गया है। प्रदेश में कानून व्यवस्था बेपटरी हो गई है। आए दिन हत्या लूट बलात्कार की घटनाएं सामने आ रही है। प्रदेश में बहू बेटियों की इज्जत सुरक्षित नहीं रही। परेशान हाल बहू बेटियां सुसाइड करने को मजबूर हो रही हैं। राज्यपाल से मांग की गई है कि ऐसी जनविरोधी सरकार को तत्काल हटाया जाए।
समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे पवन ने बताया कि भाजपा की योगी सरकार में किसान नौजवान मजदूर सभी परेशान हैं। महंगाई और बेरोजगारी ने कमर तोड़ कर रख दी है। सरकार को परेशान हाल लोगों की मदद करनी चाहिए थी लेकिन प्रदेश सरकार ने बजट में झुनझुना थमा दिया। समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन प्रदर्शन किया है। जिले में निषेधाज्ञा होने के चलते सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से ज्ञापन भिजवाया गया है। सपा कार्यकर्ता प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ सड़क पर उतरकर संघर्ष करेंगे। आने वाले विधानसभा चुनाव 2022 में प्रदेश में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर पहुंचाया जाएगा।