अयोध्या

15 वर्ष पूर्व आतंकियों ने श्री रामलला के स्ट्रक्चर को उड़ाने की रची थी साजिश

5 जुलाई 2005 में बम धमाके व गोलियों की आवाज से गूंज उठी थी राम नगरी अयोध्या

अयोध्याJul 05, 2020 / 12:33 pm

Satya Prakash

15 वर्ष पूर्व आतंकियों ने श्री रामलला के स्ट्रक्चर को उड़ाने की रची थी साजिश

अयोध्या : राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है लेकिन वो लम्हा याद कर काँप उठते हैं लोग जब गोलियों और बम धमाकों की गूँज से राम नगरी अयोध्या सहम गयी थी। अयोध्या आज भी आतंकवादियों के निशाने पर है। वर्ष 2005 की 5 जुलाई की वो खौफनाक तारीख जिसने बेहद शांत रहने वाली अयोध्या को अशांत कर दिया और गोलियों की तड़तड़ाहट और बम के धमाके ने पूरी अयोध्या की हिलाकर रख दिया काफी देर तक तो किसी को ये समझ नहीं आया की आखिर माजरा क्या है किसी को लगा की ट्रक का टायर फटा तो किसी ने सोचा की सिलेंडर में धमाका हुआ | विवादित परिसर से काफी दूर तक धमाकों की आवाज़ सुनने वाले यही अंदाजा लगाते रहेन | लेकिन राम जन्म भूमि विवादित परिसर में जो कुछ हो रहा था वो बेहद खौफनाक और डराने वाला था |

2005 में आतंकियों ने रची थी साजिश

तारीख रही 5 जुलाई दिन था मंगलवार और समय सुबह के करीब ९ बजे सब कुछ सामान्य सा चल रहा था की विवादित परिसर के पिछले हिस्से में उनवल मंदिर बैरियर से एक सफ़ेद रंग की मार्शल जीप परिसर की बैरीकेडिंग की और प्रवेश करती है और कुछ दूर जाने के बाद कुछ लोग हाथ में बैग लिए उस जीप से बाहर कूद जाते हैं गाइड का काम करने वाला एक युवक रमेश पाण्डेय इस वाहन की श्रधालुओं का वाहन समझकर उस गाडी के पीछे भाग ही रहा था की अचानक मार्शल जीप जाकर बैरिकेड की चारदीवारी से टकराती है जिसके बाद उसमे ज़ोरदार धमाका होता है और इस धमाके में वो सफ़ेद रंग की मार्शल जीप और परिसर की बैरीकेडिंग के साथ जीप के पास मौजूद गाइड रमेश पाण्डेय के चीथड़े उड़ जाते है | जिसके बाद आधुनिक हथियारों और विस्फोटकों से लैस 5 आतंकियों में से तीन बम धमाके में उडी बैरीकेडिंग के रास्ते और दो बगल की गली के रास्ते परिसर के अन्दर दाखिल होने के लिए बढे धमाके की आवाज़ सुनकर बगल में ही रहने वाले राम स्वरुप मिश्र शोर मचाते हुए बाहर की तरफ भागे की उन्हें सामने दो आतंकी मिल गए जिन्होंने उनको शोर मचाते देख उनके पैरो में गोली मार दी और परिसर के अन्दर दाखिल हो गए |हाथो में हैण्ड ग्रेनेड और ए के 47 जैसी अत्याधुनिक बन्दूंको से लैस आतंकी गोलियां बरसा रहे थे और लगातार परिसर के अन्दर एक चट्टान नुमा शक्ल में ऊंचे स्थान पर बने रामलला के मेक शिफ्ट स्ट्रक्चर की तरफ बढ़ रहे थे और उन्हें रोकने के लिए लगातार सिविल पुलिस,पीएसी और सी आर पी एफ के जवान गोलियां चला रहे थे और इन सब के बीच सिर्फ सुनाई दे रही थी तो गोलियों की आवाजें जो अयोध्या के लोगो को डरा रही थीं फिदायीन हमले की खबर कुछ ही देर में उस समय फैजाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अविनाश मौर्या सहित सुरक्षा से जुड़े आलाधिकारियों को हो गयी और ये मैसेज वायरलेस के जरिये परिसर की सुरक्षा में तैनात हर अधिकारी तक पहुच गया जिसके बाद हथियारों से लैस पुलिस की गाड़ियां परिसर के मुख्य गेट के जरिये अन्दर की तरफ प्रवेश करने लगी वहीँ परिसर के अंदर मौजूद सुरक्षा कर्मियों की पूरी कम्पनी में जो जिस स्थिति में था उसी हालत में हाथों में रायफल और बन्दूक लिए मोर्चे की तरफ दौर पडा | विवादित परिसर में मेक शिफ्ट स्ट्रक्चर में विराजमान रामलला के पीछे खाली पड़े मैदान में आदमकद झाड़ियों के बीच से आत्मघाती आतंकी हथियारों से लैस होकर चट्टाननुमा ऊंचे स्थान पर चढने की कोशिश कर रहे थे वहीँ ऊपर चढने का काम दो आतंकियों का था जबकि तीन अन्य उन्हें कवरिंग फायर दे रहे थे वही जवाबी हमले में इन आतंकियों को रोकने के लिए परिसर के बाहर से सिविल पुलिस परिसर के एक हिस्से से पी ए सी और रामलला के टेंट के पास मौजूद सी आर पी एफ के जवान लगातार गोलियां बरसा रहे थे खुले मैदान में झाड़ियों के बीच लगातार आगे बढ़ रहे आतंकियों पर तीन तरफ से गोलीबारी हो रही थी जिसमे सबसे पहले एक आतंकी जो कि रामलला के टेंट तक पहुचने से कुछ ही फासले पर था उसे गोली लगी पूरे शरीर में विस्फोटक बांधे इस आत्मघाती हमलावर की गोली लगते ही धमाके से मौत हो गयी जिसके बाद उसके साथ रामलला के टेंट की तरफ बढ़ रहे आतंकी ने हैण्ड ग्रेनेड की पिन खींचकर टेंट की तरफ फेकने की कोशिश की लेकिन उसी समय एक गोली उसके शरीर में लगी और वह गिर गया और उसके हाथ में जीवित हैण्ड ग्रेनेड उसके हाथ में ही दबा रह गया वहीँ मैदान में मौजूद उसके तीन अन्य साथी भी लगातार गोलियां और हैण्ड ग्रेनेड सहित मिनी राकेट लांचर के जरिये हमले कर रहे थे और उनके निशाने पर मेक शिफ्ट स्ट्रक्चर में विराजमान रामलला थे । आतंकियों एक साथ पुलिस पी ए सी और सी आर पी एफ का ये ज्वाइंट आपरेशन करीब घंटे भर चला जिसमे पहले रामलला के टेंट की तरफ बढ़ रहे दो आतंकियों को मार गिराया गया जिसके बाद खुले मैदान में अपने दोनों साथियों को कवरिंग फायर दे रहे तीन अन्य आतंकी भी सुरक्षाकर्मियों की गोली का शिकार हो गए और मौके पर ही मारे गए और इस तरह करीब घंटे भर चला ये बड़ा आतंकी आपरेशन खत्म हुआ और सभी पांचो आतंकी मारे गए ।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.