प्रदेश में योगी सरकार ने फैजाबाद जनपद और फैजाबाद मंडल का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया गया था। साथ ही इलाहाबाद जिला और मंडल का नाम बदलकर प्रयागराज किया गया था। फैजाबाद और इलाहाबाद जिला प्रथम मंडल का नाम परिवर्तित किए जाने कि प्रदेश सरकार की ओर से सूचना जारी किए जाने के बाद रोडवेज महकमे ने फैजाबाद डिपो का नाम बदलकर अयोध्या डिपो कर दिया था। और आज प्रदेश की योगी सरकार ने भले ही अयोध्या को अयोध्या धाम न घोषित किया हो लेकिन उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने राम नगरी को अयोध्या धाम बना दिया है। और देश के विभिन्न क्षेत्रों से अयोध्या दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को अयोध्या धाम का टिकट दिया जाएगा। वहीं यूपीएसआरटीसी के निदेशक राजशेखर के आदेश पर विभाग ने अयोध्या का टिकट अयोध्या धाम के नाम से बनाने की शुरुआत कर दी है। इसके लिए सॉफ्टवेयर में आवश्यक बदलाव किए गए हैं। राम जन्मभूमि विवाद को लेकर चर्चा में रही। राम नगरी अयोध्या के संतों महंतों की काफी समय से मांग चली आ रही है कि राम नगरी को उसके वैभव के अनुरूप विकसित करने के लिए राम नगरी को अयोध्या धाम घोषित करने की मांग कर रहे हैं।
यूपीएसआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक महेश कुमार का कहना है कि परिवहन निगम मुख्यालय के आदेश पर सॉफ्टवेयर में आवश्यक बदलाव कर लिए गए हैं। परिवहन निगम की ओर से अब अयोध्या बस डिपो का टिकट अयोध्या और राम नगरी अयोध्या का टिकट अयोध्या धाम के नाम से जारी किया जा रहा है।
वहीं राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि अयोध्या पंचकोसी परिक्रमा के अंतर्गत भी जाना जाता था लेकिन उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अयोध्या जिला और मंडल बना दिया जिसके लिए प्रदेश सरकार बधाई के पात्र हैं वही अब इस अयोध्या नगरी को अयोध्या धाम घोषित किया जाए क्योंकि हिंदू धर्म की शास्त्रों में अयोध्या धाम के नाम से जाना जाता है और आज अयोध्या के एक विभाग के द्वारा अयोध्या धाम के नाम पर कार्य शुरू कर दिया है। इसलिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब सरकारी अभिलेखों में भी अयोध्या नगरी को अयोध्या धाम घोषित करें।