गौरतलब है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे शनिवार को अयोध्या पहुंचे। वह रामजन्मभूमि के दर्शन किया जिसके बाद रैली को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कहा कि भगवान राम की बातें करने वालों ने केंद्र और उत्तर प्रदेश में सत्ता में रहने के बावजूद उन्हें वनवास में रखा। शिवसेना ने अपनी मांग दोहराई कि राममंदिर निर्माण के लिए 2019 से पहले एक अध्यादेश लाया जाए। शिवसेना ने भाजपा का नाम लिए बिना उसकी तुलना ‘कुंभकर्ण’ से की, जो कि अपनी लंबी नींद के लिए जाना जाता है।
बता दें कि मामले को गरमाते देख अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। चारों तरफ यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। डीआईजी अयोध्या, ओमकर सिंह ने कहा, ‘हमने कार्यक्रम (वीएचपी की धर्म संसद) के लिए सभी व्यवस्थाएं की हैं। हमने पार्किंग के लिए रिक्त स्थान आवंटित किए हैं, बाईपास आसानी से चल रहा है और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि ऐसा रहे। दर्शन सामान्य मार्गों से होंगे। हम सब कुछ संगठित तरीके से करेंगे।