6 दिसंबर विवादित ढांचा विध्वंस की 27 वीं बरसी पर अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था सख्त रही है। वही विश्व हिंदू परिषद व अयोध्या के संतों ने इस वर्ष शौर्य दिवस पर कोई आयोजन नही किया बल्कि देर शाम राम जन्मभूमि मॉडल, मंदिर निर्माण कार्यशाला सहित मठ मंदिरों पर दीप जलाकर मनाया गया। विश्व हिंदू परिषद के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट ने जब विवादित परिसर को भी रामलला को समर्पित कर दिया है तो देश में अमन चयन व शांति बने रहे इसी कारण अयोध्या में शौर्य दिवस पर कोई इसी प्रकार का आयोजन नहीं किया गया है।
इस दौरान राम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा कि राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण की कामना को लेकर आज यह दीपक जलाया गया है और मंदिर का निर्माण जल्द शुरू हो इसी भावना को व्यक्त करने के लिए आज सभी स्थानों पर दीप जलाए हैं। ताकि सरकार भी समझे जनता की भावना को और जल्द ही मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो। जबकि मंदिर निर्माण को लेकर शिलाएं भी तैयार है और जैसे ही निर्माण कार्य शुरू होगा और भी तैयारियां पूरी कर दी जाएंगी।
दीप प्रज्वलन कार्यक्रम को लेकर विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि आज 6 दिसंबर शांति समरसता और समन्वय के साथ मनाया गया है संतों के निर्देशन में आज अयोध्या के कारसेवक पुरम मंदिर निर्माण कार्यशाला सहित मठ मंदिरों में दीप जलाने का कार्य किया गया है।
दीप प्रज्वलन कार्यक्रम को लेकर विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि आज 6 दिसंबर शांति समरसता और समन्वय के साथ मनाया गया है संतों के निर्देशन में आज अयोध्या के कारसेवक पुरम मंदिर निर्माण कार्यशाला सहित मठ मंदिरों में दीप जलाने का कार्य किया गया है।