अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैया दास जो कि 1992 में राम जन्मभूमि आन्दोलन से जुड़े रहे हैं इन्होंने बताया कि भगवान राम ने जिस तरह त्रेता युग में असुरों का विनास तीर धनुष से किया था आज इस घोर कलयुग में राष्ट्र विभाजनकारी राष्ट्र द्रोही शक्ति जो देश में दौड़ रही है और राम जन्मभूमि निर्माण में बाधा उत्पन्न कर नही बनाने देना चाहती है और राम जन्मभूमि का विभाजन कर दूसरा पाकिस्तान बनाना चाहती है उन राष्ट्रद्रोहियों के वध के लिये भगवान राम का बाण राम सेना के रूप में तैयार हैं। और संत शंखनाद कर आंदोलन के लिए तैयार है।भारतीय संस्कृति में कोई भी विशेष कार्य शुरू करने के पूर्व संकल्प लेने की पुरानी परंपरा है संकल्प लेना मतलब हम उस कार्य के प्रति अडिग है इसलिए सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अभी सवेरा है सरकार शीतकालीन सत्र में अध्यादेश लाकर राम मंदिर निर्माण का कार्य शुरू कराएं अन्यथा आगे कुछ भी हो सकता है पूर्व की तरह फिर से आंदोलन किया जा सकता है अब देश के संत राष्ट्र और राम जन्मभूमि के साथ खिलवाड़ नहीं सह सकते हैं ।
विहिप के प्रांतीय मिडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि यह अयोध्या में आने वाले राम भक्तो को भेजा जा रहा हैं आगामी 25 नवम्बर को धर्म सभा के दौरान 1 लाख से अधिक राम भक्त अयोध्या पहुँच रहे हैं इन राम भक्तो के आने को लेकर पूरी तैयारी किया जा रहा हैं और इस पत्र के माध्यम से देश के विभिन्न क्षेत्रों में राम भक्तों से संपर्क साधा जा रहा है 25 नवंबर को होने वाली विशाल सभा में उपस्थित होकर राम जन्मभूमि निर्माण के संकल्प को बनाए रखने के लिए या पत्रक दिया जा रहा है.