हिंदू समाज नहीं करेगा स्वीकार विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा श्रीराम लला जहां विराजमान हैं। वह उनकी ही जन्मभूमि है जिस पर आक्रमणकारियों ने बलात रूप से बाबरी नामक ढांचे को खड़ा कर हिंदू भावनाओं पर कुठाराघात किया, अपमानित करने के लिए इस प्रकार का षड्यंत्र किया। अब भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर के अलावा किसी भी प्रकार का ढांचा हिंदू समाज स्वीकार करने वाला नहीं है। देश स्वतंत्र हो चुका है और अब गुलामी के प्रतीक चिन्ह का इस देश में कोई स्थान नहीं है।
मस्जिद का कोई औचित्य नहीं विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा पूर्व में भी एक दर्जन से अधिक अवसर आए जब देश के प्रधानमंत्री तक श्री राम जन्मभूमि विवाद में मध्यस्थता कराने का प्रयास किया लेकिन मुस्लिम पक्ष सदैव भागता रहा जिसका परिणाम ज्यों का त्यों, पूज्य संतों ने पूर्व में भी लाखों-करोड़ों राम भक्तों के सम्मुख यह घोषित कर रखा है कि अयोध्या की सांस्कृतिक सीमा में मस्जिद का कोई औचित्य नहीं है, आज भी हिंदू समाज उसी पर कायम।