क्षेत्रीय गोरक्षा प्रमुख वासुदेव पटेल ने बताया कि कारसेवक पुरम में चार दिवसीय अभ्यास वर्ग में समाज और राष्ट्र के प्रति उनके उत्तर दायित्वों का बोध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज भारतीय गोवंशों के रक्षण और संवर्धन के साथ ही गौशालाओं को आत्म निर्भर बनाने की अवश्यक्ता है। उत्तर प्रदेश में सरकार द्वारा संचालित हो रही गौशालाओं में सुयोग्य और गौ भक्त अधिकारियों तथा सेवकों की आवश्यकता है
जिससे गौवंशो की सुरक्षा हो और उनका ध्यान केंद्रित कर सकें। वासुदेव पटेल ने बताया कि गौ सेवा ही धर्म हैं। ना कि बोझ।सरकारी तंत्र इसे बोझ ना समझे बल्कि सेवा भाव से देखें तथा उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश की सरकार गौ संरक्षण और संवर्धन हेतु कटिबद्ध है। उसके इस संकल्प में सहयोग देने के लिए समाज को भी आगे आना होगा।
अयोध्या में आयोजित चार दिवसीय कार्यशाला 20 जुलाई से 24 जुलाई तक चलेगा इस दौरान गौ रक्षा विभाग के प्रमुख तथा केंद्रीय मंत्री खेमचंद शर्मा, विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अंबरीश, गौवंश हत्या मांस निर्यात निरोध समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अवधेश कुमार गुप्ता, क्षत्रिय विधि प्रमुख अर्चना सिंह तोमर, काशी प्रांत के महामंत्री लालमणि तिवारी, कानपुर से वीरेंद्र पांडे, अवध प्रांत के अध्यक्ष ताराचंद अग्रवाल सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद होंगे