scriptAyodhya : योगी सरकार की विकास की स्याह तस्वीर,गाँव वालों ने चन्दा लगाकर बनाया पुल | Villagers collected donations in Gopalpur village and built Bridge | Patrika News

Ayodhya : योगी सरकार की विकास की स्याह तस्वीर,गाँव वालों ने चन्दा लगाकर बनाया पुल

locationअयोध्याPublished: Sep 20, 2019 05:54:21 pm

खबर के मुख्य बिंदु –
– अयोध्या शहर से बेहद करीब गोपालपुर बिछिया गांव में नहर कटने से बह गयी थी पुलिया
– 8 गाँव के लोगों का रास्ता हो गया था बंद बच्चे नहीं जा पा रहे थे स्कूल
– डेढ़ महीना बीत जाने पर भी कई बार कहने पर प्रशाशन ने नहीं बनवाई पुलिया
– 5 गाँव के लोगों ने 300 रुपये के हिसाब से चन्दा लगाकर बनवाई पुलिया

Villagers collected donations in Gopalpur village and built Bridge

Ayodhya : योगी सरकार की विकास की स्याह तस्वीर,गाँव वालों ने चन्दा लगाकर बनाया पुल

अयोध्या : प्रदेश की योगी सरकार विकास का ढोल पीट रही है पर हकीकत किस तरह स्याह है इसकी एक नजीर है अयोध्या का एक गांव।जहां पर नहर कट जाने से झील पर बनी पुलिया बह गई तो ग्रामीणों ने चंदा लगाकर लकड़ी की पुलिया बना डाली।डेढ़ माह पूर्व शारदा सहायक नहर कट जाने से झील पर बनी यह पुलिया बह गई थी। झील पर बने इस पुलिया से 8 गांव के लोगों का आना जाना है। यही नहीं इसी पुलिया से बच्चे भी स्कूल आते जाते हैं। डेढ़ महीना बीत जाने के बाद भी जब शासन प्रशासन ने नहीं सुनी तो ग्रामीणों ने तीन-तीन सौ रुपये चंदा लगाकर लकड़ी का पुलिया बना डाली। लकड़ी के पुल से अपनी जान जोखिम में डालकर ग्रामीण व उनके बच्चे गुजर रहे हैं।
ये भी पढ़ें – Ayodhya Police : अयोध्या पुलिस की गजब कार्यवाही मरे हुए इंसान को जिंदा पकड़ लायी


अयोध्या ( Ayodhya ) जनपद के मसौधा ब्लाक ( Masaudha Block ) के गोपालपुर बिछिया गांव के रहने वाले मनोज ने बताया कि डेढ़ माह पूर्व शारदा सहायक नहर कट जाने से फसले तो जल मग्न तो हुई ही थी। झील पर बने जर्जर पुलिया भी बह गई थी। डेढ़ माह बाद भी जब इस पुलिया का निर्माण नहीं हुआ तो तो ग्रामीणों ने 4-5 के गांव लोगों को इकट्ठा कर तीन तीन सौ रुपये चंदा लगाकर लकड़ी इकट्ठा करवाई और फिर खुद की मेहनत से झील पर लकड़ी की पुलिया बना डाली।
ये भी पढ़ें – यकीन नहीं होगा आपको क्या कोई ऐसी हैवानियत कर सकता है आखिर क्यूँ माँ की गोद में खेल रहे मासूम को युवक ने फेंका चलती ट्रेन से नीचे


सरकार ( UP Government ) भले ही विकास का ढोल पीट रही हूं लेकिन इस गांव की पुलिया बनाने के लिए कोशिश तो दूर जनप्रतिनिधि व अधिकारी गांव तक ग्रामीणों का हाल-चाल पूछे तक नहीं गए। गाँव के रहने वाले गौतम यादv ने बताया कि शासन प्रशासन से निराश ग्रामीणों ने खुद ही भागीरथ की भूमिका निभाई और बना डाली लकड़ी की पुलिया। इस लकड़ी की पुलिया से ग्रामीण ब उनके बच्चे जान जोखिम में डालकर गुजर रहे हैं। अगर इस पुलिया ग्रामीण इस्तेमाल ना करें तो लगभग 2 किलोमीटर घूमकर ग्रामीणों को अपने गंतव्य तक जाना पड़ता था। पानी में लकड़ी का पिलर कितने दिन रह पाएगा यह भी सोचने की बात है लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि उस गांव में जाकर ग्रामीणों की हालचाल लेने की भी जहमत नहीं उठाई।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो