अयोध्या

रामलला को महसूस करने महाराष्ट्र से अयोध्या पहुंचे नेत्रहीन दिव्यांग

-दो बसों में सवार होकर 80 नेत्रहीन दिव्यांगों की टीम पहुंची अयोध्या
-रामलला को देखने की इच्छा पर मन की आंखों से मिला संतोष : दिव्यांग संजय

अयोध्याDec 12, 2019 / 08:00 pm

Satya Prakash

रामलला को महसूस करने महाराष्ट्र से अयोध्या पहुंचे नेत्रहीन दिव्यांग

अयोध्या : राम मंदिर के पक्ष में आए फैसले के बाद जहां देश के विभिन्न क्षेत्रों से लाखों श्रद्धालु भगवान रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंच रहे हैं तो वहीं देश में रहने वाले नेत्रहीन लोग भी रामलला तक पहुंचने की उत्सुकता लेकर बड़ी संख्या में अयोध्या पहुंचे। इन सभी नेत्रहीनों का मानना है कि रामलला के दरबार में राम मंदिर को महसूस करने के लिए अयोध्या पहुंचे हैं। दरसल महाराष्ट्र से चलकर दो बसों में सवार 80 नेत्रहीन अयोध्या पहुंचें जहां सभी नेत्रहीनों का अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता वह भाजपा के कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। वहीं इस दौरान मौजूद सुरक्षा अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था के अनुसार रामजन्मभूमि में विराजमान भगवान श्री रामलला का दर्शन कराया।
संजय ने बताया नेशनल एसोसिएशन ऑफ विजुअली हैंडीकैप्ड संस्था के माध्यम से अयोध्या पहुंचें है। यह सभी महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों से लोग आए हैं । इसमें बहुत से लोग नौकरी करते हैं और बहुत लोग घर में रहकर कुछ काम कर कर परिवार चलाते हैं। इससे पहले हम लोग 6 से 7 राज्यों में घूम चुके हैं और अपनी ब्लाइंड आंखों से पूरे देश को देखना चाहते हैं। इस बार अयोध्या के पावन धरती पर रामलला का दर्शन कर उनसे आशीर्वाद लेने अयोध्या पहुंचे है। और आज इस पावन भूमि का दर्शन करके जीवन में कुछ खोया होगा उसे पाने की इच्छा है।
नेत्रहीन वसंतीग्रे ने बताया कि रामलला के दर्शन तो रोज होते ही हैं। मन ही मन में हमेशा भगवान के दर्शन हम लोग करते रहते हैं और भगवान श्री रामलला के जन्म स्थान पर पहुंच आशीर्वाद मिले इन्हीं इच्छाओं को लेकर हम सभी यह यात्रा लेकर अयोध्या पहुंचे हैं जब भी किसी मंदिर हम लोग जाते हैं। तो यही चाहते है कि हम तो भगवान को देख नही सकते लेकिन भगवान हमे देखेंगे तो उनका आशीर्वाद हमें प्राप्त होगा। वहीं बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने भगवान श्री रामलला के मंदिर निर्माण की बात कहीं है इसलिए मंदिर के पहले रामलला को किस अवस्था में रहना पड़ा इसे महसूस करने आज अयोध्या की यात्रा में हम सभी आये हुए हैं।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.