देश मे बढ़ते कोरोना महामारी से मजदूरों व गरीबों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। और हर रोज हो रही घटनाओं से लोगो का दिल दहल जा रहा है। ऐसी ही एक घटना अयोध्या जनपद में मिला जब युवक अपने पत्नी व बच्ची के साथ हरिद्वार से ट्रेन के माध्यम से रामपुर पोस्ट पखरपुर थाना अरवल जिला अरवल अपने घर जा रहे थे। इस दौरान पति की रास्ते मे ही हार्ड अटैक से मौत हो गई उसके शव को जीआरपी के द्वारा फैज़ाबाद जंगशन पर उतारा गया और उसके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। वहीं उसके परिजनों को सूचना के 24 घण्टे बाद अयोध्या पहुंचे। लेकिन इस दौरान पत्नी अपने चार वर्षीय बच्ची के साथ रात भर स्टेशन पर भूखे रही क्योंकि की उसके पास पैसे ही नही थे। दूसरे दिन जानकारी मिलने के बाद समाजसेवी रितेश दास व रामायण सेवा ट्रस्ट के सहयोग चार वर्षीय बच्ची ने दाह संस्कार किया। तो वहीं अन्य कई यक्तियों ने उसे भोजन भी कराया। तो वहीं समाजसेवी रितेश दास ने परिवार को घर भेजने की व्यवस्था भी बनाई।
इस घटना के पीछे मानवता तार-तार करने वाली बात उस समय सामने आई जब पत्नी ने अयोध्या पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया पत्नी का आरोप है कि उसके पति के पास से सभी चीजें पुलिस ने निकाल ली यहां तक कि गले में सोने की लाकेट भी उतार लिया गया और उसे पोस्टमार्टम के लिए लेकर चले गए लेकिन इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई 24 घंटे के बाद शव को दिया गया। रात भर अपने बिटिया के साथ स्टेशन पर गुजारा किया।