आग से बचने के लिए पूजा ने बकरियों को और खुद को टीन शेड के नीचे छुपाया लेकिन चारों तरफ से आग और करंट फैला होने के डर से ग्रामीण भी पानी नहीं डाल सके | धीरे-धीरे आग तेज हो गई और उसी छप्पर के नीचे 22 वर्षीय पूजा और दो बकरियों की जलकर मौत हो गई | इसी तरह से गांव के लोगों ने विद्युत विभाग को सूचना देकर विद्युत आपूर्ति बंद कराई तब जाकर आग बुझाई जा सकी | लेकिन तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था और इस दर्दनाक हादसे में 22 साल की पूजा और दो बकरियों की जान जा चुकी थी | वहीँ घर में आग लगने के कारण घर का सारा सामान जल चुका था | घटना के समय संतोष कुमार गांव में ही शादी पड़ने के कारण एक बारात में गया हुआ था | सूचना मिलने पर जब संतोष कुमार वापस घर पहुंचा तब तक उसका सब कुछ जलकर राख हो चुका था | अब संतोष कुमार का सब कुछ खत्म हो चुका है और सिर्फ गांव के लोग संतोष कुमार को समझा-बुझाकर हिम्मत से काम लेने का आश्वासन दे रहे हैं |