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राम मंदिर निर्माण के लिए परिसर में भी खुलेगा कार्यशाला

locationअयोध्याPublished: Feb 12, 2020 06:10:18 pm

Submitted by:

Satya Prakash

राम मंदिर मार्ग को लेकर कार्यशाला में शुरु हुआ तराशे गए पत्थरों की सफाई
पत्थरों की सफाई के लिए बुलाया गया गुजरात की प्रशिक्षित महिलाए

राम मंदिर निर्माण के लिए परिसर में भी खुलेगा कार्यशाला

राम मंदिर निर्माण के लिए परिसर में भी खुलेगा कार्यशाला

सत्य प्रकाश
अयोध्या : राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन होते ही अयोध्या में मंदिर निर्माण कार्यशाला में हलचलें तेज हो गई है। और कार्यशाला में रखे पूर्व में तरासे गए पत्थरों में लगे काई को छोडया जा रहा है जिसके लिए प्रेसर मशीन के द्वारा पानी से धुलाई कराई जा रही है वहीं इन पत्थरों की सफाई के लिए गुजरात से प्रशिक्षित महिलाओं को बुलाया गया है।
राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद केंद्र सरकार ने मंदिर निर्माण को लेकर ट्रस्ट का गठन कर दिया है तो वहीं ट्रस्ट 19 फरवरी को पहली बैठक करने जा रही है जिसमें निर्माण की तिथि के साथ अन्य सदस्यों को ट्रस्ट में रखे जाने को लेकर विचार किया जाएगा तो वहीं दूसरी तरफ अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर अयोध्या में कार्य शुरू हो चुका है। विहिप के कार्यशाला में मंदिर निर्माण में लगाने वाले पत्थरों की सफाई की जा रही है। जिसके पास इन पत्थरों को चमकाने के लिए प्रशिक्षित महिला मजदूरों को लगाया जाएगा।
राम मंदिर निर्माण कार्यशाला प्रभारी अन्नू सोनपुरा के मुताबिक अगले महीने गुजरात से कुछ प्रशिक्षित महिलाओं को बुलाया गया है और लगभग 15 से 16 महिला मजदूर लगाई जाएंगी। तो वही पत्थरों के तरासी कराए जाने को लेकर ट्रस्ट के निर्णय का इंतजार है। अभी पत्थरों की सफाई के लिए प्रेसर पानी से किया जा रहा है। जिसके बाद चमकाने के लिए घिसाई कराई जाएगी। वहीं बताया कि अभी एक मंजिल का कार्य पूरा हो चुका है। और यह पत्थर राम जन्मभूमि परिसर पहुंचा दिया जाएगा तो फिर अन्य पत्थरों की भी तरासी शरू होगी।
वहीं विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा के मुताबिक ट्रस्ट गठन के बाद मंदिर निर्माण को लेकर राम जन्मभूमि परिसर में कार्यशाला खोले जा सकते है। जिस पर होने वाली बैठक में ट्रस्ट निर्णय लेगी। 1990 से अयोध्या के रामघाट क्षेत्र में कार्यशाला प्रारम्भ किया गया जिसमें अभी तक लगभग 65 प्रतिशत कार्य किया जा चुका है। और उन पत्थरों के उद्धार का समय आ गया हैं। इसलिए आने वाले समय में मंदिर निर्माण के लिए स्वच्छता पूर्ण पत्थरों को रखने के लिए सफाई कराई जा रही है। बताया कि मंदिर निर्माण की समय कार्यशाला के प्रारंभ कराए जाने को लेकर भी चर्चा की जानी है जबकि राम चंद्र भूमि परिषद से कार्यशाला की वर्तमान स्थिति एक से डेढ़ किलोमीटर है लेकिन पत्थर को ले जाने के लिए 5 किलोमीटर का रास्ता होगा इसीलिए ट्रस्ट परिसर में भी कार्यशाला को खोले जाने का निर्णय ले सकती है।
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