दरअसल, विदेशों में रह रहे सिंधी समाज के लोगों के सहयोग से भगवान राम के लिए मंदिर निर्माण में एक-एक किलो की 200 चांदी की ईटें समर्पित की गई हैं। इन ईटों की कीमत 1 करोड़ 50 लाख रुपए बताई जा रही है। इन ईंटों पर सिंधी समाज के देवता वरुण देव का चित्र बना हुआ है। ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने विश्व सिंधी सेवा संगठन के सभी सदस्यों को राम मंदिर के लिए सहयोग देने पर आभार व्यक्त किया। लगभग 100 की संख्या में पहुंचे विश्व सिंधी सेवा संगठन के सदस्यों में महिला और पुरुष दोनों शामिल थे। इन लोगों ने कारसेवक पुरम में सबसे पहले भगवान राम को 200 किलो चांदी की ईंटें समर्पित कीं। उसके बाद राम जन्मभूमि जाकर राम लला के दर्शन किये।
भगवान राम के सिंहासन या मूर्तियों में होगा उपयोग
विश्व सिंधी सेवा समिति के अंतरराष्ट्रीय चेयरमैन डॉ. राजू मनवानी ने कहा कि विश्व सिंधी सेवा संगम, विश्व सिंधी सेवा समिति और सिंधी सेवा समिति पुणे ने मिलकर राम मंदिर के लिए 200 चांदी की ईंटें भेंट की हैं। सिंधी समाज ने ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय से निवेदन किया है कि इन ईंटों को राम मंदिर में प्रयोग किया जाए। जानकारी के मुताबिक, हर एक ईंट की कीमत 70 हजार रुपए है। सिंधी समाज की इच्छा के अनुसार इस चांदी को भगवान राम के सिंहासन या मूर्तियों में उपयोग किया जाएगा।