आजादी के बाद पहली हुई संतों को भी सुरक्षित करेगा सरकार श्री राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि बहुत अच्छी बात है साधु संतों में बहुत प्रसन्नता है साधु संतों के लिए कल्याण बोर्ड की स्थापना के लिए जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आदेश दिया है आज तक किसी पार्टी किसी नेता ने नही किया था इसके बारे में नहीं सोचा 70.72 साल बीत चुके आजादी के लेकिन साधु-संतों का कोई नाम ही नहीं लेता था धन्यवाद है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को जिन्होंने सोचा कि कल्याण बोर्ड बनेगा बहुत से संत ऐसे हैं जो गरीब है राम नाम के आधार पर ही रहते हैं जिसके पास मंदिर तो है लेकिन आए स्रोत कुछ नहीं है जो श्रद्धालु मेला में आते हैं जो दे दिया उसी से काम चलाते हैं कुछ ऐसे मंदिर हैं जिसमें बड़ी मुश्किल से भोग लग रहा है ऐसी स्थिति में यह कल्याण बोर्ड उनकी सहायता करें उनके सहयोग से जो मठ मंदिर इस प्रकार बने हैं जो नीरिह साधु है उन सभी का सहयोग होगा और सभी की सहायता होगी इस उद्देश्य से जो कल्याण बोर्ड बनाया जा रहा है इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने किया है साथ ही किसी पार्टी किसी नेता ने ऐसा सोच नहीं किया है । धन्यवाद है उनको अगर इस प्रकार से बन जाता है जो निहीर साधु है जो बिना आए के मंदिर है उनका सहयोग होगा और उन सभी मंदिरों का जिनका आय कुछ नहीं है इसलिए उनको सहयोग मिलेगा ताकि सुचारू रूप से उन मंदिरों का पूजा पाठ सुचारू रूप से होगा।
देश के साधु संतों की कल्पना हुई साकार : पवन शास्त्री वही संत समिति के महामंत्री पवन दास शास्त्री ने कहा कि पहली बार स्वागत योग्य कदम है इसकी भूर भूर प्रशंसा की जानी चाहिए संत समिति की ओर से हार्दिक बधाई और अभिनंदन है इस बात के लिए कम से कम आजादी से पूर्व से ही लेकर साधु संतों का जिस प्रकार से उपेक्षा की जा रही थी इनका एक गौरवपूर्ण इतिहास रहा है जिस प्रकार से इनको मान सम्मान मिलना चाहिए नहीं प्राप्त हुआ था यह आदेश हार्दिक बधाई के योग्य आदेश है साथ ही उन्होंने कहा कि इस परिकल्पना को साकार करने के लिए सभी अधिकारियों को कर्मचारी वर्ग के जितने भी लोग हैं सभी लोग इमानदारी के साथ कार्य करें ताकि साधु संतों की गरिमा का यह देश रहा है इसी गरिमा से परिपूर्ण होकर सभी लोग आनंदित होते रहे ।