scriptराम जन्मभूमि में श्री रामलला को स्थापित करने वाले संत बाबा अभिराम दास के नाम से बनेगा संस्कृत विश्वविद्यालय | Sanskrit University to be built in Ayodhya in name of Baba Abhiram das | Patrika News

राम जन्मभूमि में श्री रामलला को स्थापित करने वाले संत बाबा अभिराम दास के नाम से बनेगा संस्कृत विश्वविद्यालय

locationअयोध्याPublished: Dec 04, 2021 05:58:22 pm

Submitted by:

Satya Prakash

अयोध्या के बेनीगंज स्थित हनुमान मंदिर पर राम जन्म भूमि के प्रकार व निर्वाणी अनी अखाड़ा के महंत धर्मदास के गुरु बाबा अभिराम दास के 41वीं पुण्यतिथि पर संतों ने दी श्रद्धांजलि

राम जन्मभूमि में श्री रामलला को स्थापित करने वाले संत बाबा अभिराम दास के नाम से बनेगा संस्कृत विश्वविद्यालय

राम जन्मभूमि में श्री रामलला को स्थापित करने वाले संत बाबा अभिराम दास के नाम से बनेगा संस्कृत विश्वविद्यालय

अयोध्या। 1949 में राम जन्मभूमि परिसर में भगवान श्री राम की मूर्ति स्थापित करने वाले दिवंगत महंत अभिराम दास के नाम से संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना कराया जाएगा। जिसमें वेद व धार्मिक ग्रंथों का प्रशिक्षण कराया जाएगा इसके लिए सरयू तट स्थित जमथरट पर बनेगा। इसका कार्य चैत्र रामनवमी से प्रारंभ होगा।
अयोध्या में बनेगा वेद व संस्कृत विश्वविद्यालय

राम जन्मभूमि के पक्षकार रहे महंत धर्मदास ने अपने गुरु और राम जन्मभूमि आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले बाबा अभिराम दास जी महाराज की 41वी पुण्यतिथि मनाई। तो वही बाबा अभिराम दास के श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस दौरान संत महंतों ने पुष्पांजलि समर्पित की। दरसल 22-23 दिसंबर, 1949 की रात को विवादित इमारत में बाबा अभिराम दास ने रामलला की मूर्ति स्थापित की थी। वही इस पुण्यतिथि के अवसर पर महंत धर्मदास ने घोषणा की है।उन्होंने कहा कि बाबा अभिराम दास के नाम से अयोध्या धाम में संस्कृत विश्वविद्यालय बनाया जाएगा। इस विश्वविद्यालय का नाम राम जन्मभूमि समर्पित बाबा अभिराम दास वेद वेदांग शिक्षण प्रशिक्षण विद्या पीठम के नाम से होगा।वही कहा जो सरयू के तट पर संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी। चैत रामनवमी के पहले कार्य आरंभ होगा।
राम मंदिर के लिए जीवन किया था समर्पित

वहीं कहा कि राम जन्म भूमि के उद्धारक बाबा अभिराम दास जी जिन्होंने राम जन्मभूमि परिसर में 1949 में रामलला की मूर्ति रखी आज उस महापुरुष की 41वाँ पुण्यतिथि है। 1981 में महाराज जी का स्वर्गवास हुआ था और उस दिन हम सभी गुरु भाई को याद करते हैं। सही कहा कि बाबा अभिराम दास राम जन्मभूमि उद्धार के लिए पूरा जीवन समर्पण कर दिया राम जन्मभूमि परिसर में होने वाली सभी घटनाओं में महाराज जी ही अहम भूमिका रही है। उनके द्वारा मूर्ति को प्रकट कराया गया था। यह सब भगवान का खेल है और महाराज जी आनंद ने राम के भक्त थे 24 घंटे में 20 घंटे सिर्फ राम नाम का भजन ही करते थे।
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