बिलरियागंज थाना क्षेत्र के बिंदवल गांव निवासी बदरे आलम उर्फ कल्लू गोकशी व गो तस्करी का काम करता है। पुलिस द्वारा उस पर 25000 रुपये का इनाम घोषित करने के साथ ही उसकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ की एक टीम उपनिरीक्षक सत्येंद्र विक्रम सिंह के नेतृत्व में लगायी गयी थी। मंगलवार की रात मुखबिर से सूचना मिली कि बदरे आलम उर्फ कल्लू गो तस्करी करने जा रहा है।
मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ देर रात दीदारगंज थाना क्षेत्र के मार्टीनगंज पहुंची। थोड़ी देर बाद मुखबिर ने बताया कि कल्लू सोंगर पुलिया होते हुए भादो गांव की ओर जाने वाला है। इसके बाद एसटीएफ और दीदारगंज थाने की पुलिस ने सोंगर पुलिया पर घेरेबंदी की। कुछ देर बाद एक बाइक पर दो लोग आते दिखे। मुखबिर के इशारे पर पुलिस ने बाइक सवार लोगों को रोकने का प्रयास किया तो वे रुकने के बजाय फायरिंग शुरू कर दिये।
बदमाशों की फायरिंग में एसटीएफ के उपनिरीक्षक बाल बाल बच गए। पुलिस ने बाइक सवार बदमाशों का पीछा शुरू किया साथ ही वायरलेस से डीसीआर को चेकिंग के लिए अवगत कराया। सूचना के बाद पहले से क्षेत्र में मौजूद थानाध्यक्ष बिलरियागंज धर्मेंद्र कुमार सिंह भी वहां पहुंच गए। बाइक सवार बदमाशों ने खुद को चारो तरफ से घिरा देख ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में कल्लू गोली लगने से घायल हो गया जबकि उसका साथी बाइक लेकर भागने में सफल रहा। घायल बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कल्लू बिलरियागंज थाने का हिस्ट्रीशीटर बताया गया है। पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि फरार बदमाश की तलाश जारी है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।