जिलाधिकारी ने बताया कि किसी भी डिजास्टर से निपटने के लिए 4 मुख्य तत्व है, जिसमें रिस्पाॅन्स, सूचना कम्यूनिकेशन, मिटिगेशन तथा प्रिवेन्शन की कार्यवाही करना। दंगा नियन्त्रण योजना में प्रत्येक विभाग की जिम्मेदारी है। उन्होने प्रत्येक विभाग के सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिलाधिकारी द्वारा दंगा नियन्त्रण योजना तैयार करने के लिए एसपी सीटी तथा अपर जिलाधिकारी प्रशासन को जिम्मेदारी दी गयी है।
जिलाधिकारी ने एआरटीओ को निर्देश दिए कि दंगा नियन्त्रण योजना तैयार करने में सरकारी वाहनों के साथ-साथ प्राइवेट वाहनों की सूची तैयार करे तथा वह कहा से उपलब्ध होगा इसकी कार्य योजना तैयार कर उपलब्ध कराये। उन्होने डीएसओ को निर्देश दिए कि दंगा नियन्त्रण योजना में खाद्यान्न का वितरण पर कार्ययेाजना तैयार करे तथा सीएमओ को निर्देश दिए कि दंगा नियन्त्रण की स्थिति होने पर डाक्टर, दवा, एम्बुलेन्स, बेड, अस्पताल की क्या व्यवस्था रहेगी उस पर कार्ययोजना बना कर उपलब्ध कराये। उन्होने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि दंगा नियन्त्रण की स्थिति होने पर गांव मंे लेखाल, सचिवांे की डियूटी कैसे लगायी जायेगी इसका कार्ययोजना तैयार कर उपलब्ध कराये।
उन्होने सभी विभागों से कहा कि सभी सम्बन्धित विभाग अपने विभागों से सम्बन्धित कार्ययोजना तैयार कर उपलब्ध कराये। दंगा नियन्त्रण योजना पर माॅक ड्रिल 31 अगस्त 2019 तक कराया जाना है। पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह द्वारा दंगा नियन्त्रण योजना को तैयार किए जाने से सम्बन्धित विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तार से बताया गया। उन्होने कहा कि पुलिस के अधिकारियों की डियूटी पदेन लगाये। इस की साथ ही साथ बकरीद के त्यौहार को शान्तिपूर्ण ढंग से मनाये जाने के लिए जिलधिकारी ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
उन्होने एसडीएम तथा सीओ को निर्देश दिए कि नगर पालिका/नगर पंचायत के ईओ के साथ अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर ले तथा शिवालयों के पुजारी तथा मस्जिदों के मौलवी से बात-चीत कर ले। उन्होने कहा कि बकरीद पर जो जानवरो की कुर्बानी होगी उसका डिस्पोजल के सम्बन्ध में विचार-विर्मश करें। यह चिन्हित करे की कहाॅ-कहाॅ सड़क पर नमाज होती है। तथा कहाॅ-कहाॅ सड़क पर कुर्बानी होती है उसका चिन्हांकन कर ले। उन्होने कहा कि शिवालयों, मजिस्दों की साफ-सफाई आदि की व्यवस्था को भी देख लें। काॅवड़ियों के आने-जाने के रास्तों को पहले से चिन्हांकन कर ले। जिन स्थानों पर जिन लोगो द्वारा गोकशी होती है उनका भी चिन्हांकन करते हुए कार्यवाही करे।