इस मामले में जीयनपुर कोलवाली पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। ममाले की सीबीआई जांच भी करायी गयी है। सर्वोच्च न्यायालय ने मामले में शीघ्र फैसला सुनाने का आदेश जारी किया है। कोर्ट में मामले की नियमित सुनवाई चल रही है। सीपू हत्याकांड के बाद से ही ध्रुव सिंह व अजीत सिंह के संबंध खराब हो गए थे। अजीत सिंह पूर्व विधायक हत्याकांड में मुख्य गवाह भी था। पूर्व विधायक के भाई संतोष सिंह टीपू की माने तो चार दिन बाद कोर्ट में अजीत सिंह की गवाही होनी थी। अजीत गवाही न दे इसके लिए उसे लगातार धमकाया जा रहा था लेकिन वह गवाही देने पर अड़ा था।
बुधवार को अजीत की लखनऊ में गोली मारकर हत्या कर दी गयी। हत्या का आरोप सीपू हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुंटू पर लगा है। अजीत सिंह की हत्या के बाद जहां पूर्व विधायक का परिवार सदमें में है, वही गवाह भयभीत हो गये है। गुरुवार को पूर्व विधायक के भाई संतोष सिंह टीपू ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर सुरक्षा की मांग की है। संतोष सिंह टीपू ने कहा कि पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह उनके भाई सर्वेश सिंह की हत्या में बतौर गवाह थे। जिसके लिए धु्रव सिंह उर्फ कुंटू सिंह गवाही न देने के लिए दबाव बना रहे थे। इसी के चलते कुंटू सिंह ने अजीत की हत्या करा दिया। जिससे अब वे और उनके परिजन दहशत में है।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि पूर्व विधायक सर्वेश सिंह के भाई संतोष सिंह टीपू कैम्प कार्यालय में आकर मुलाकात की है। पूर्व विधायक सीपू सिंह की हत्या में अजीत सिंह मुख्य गवाह थे। उनकी हत्या के सम्बन्ध में बातचीत किये है। पूर्व विधायक के परिजवार और अन्य लोगों सुरक्षा पहले से ही दी गयी है। अगर किसी को अन्य को या और सुरक्षा चाहिए तो उसे दी जायेगी।
BY Ran vijay singh