मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे खुशी इस बात की है कि जिस एक्सप्रेस-वे को 23 से 24 माह में बनाना चाहिए था उसे साढ़े 4 साल में कुछ तो बना दिया गया है। सड़क कितनी सस्ती बनी है यह मायने नहीं रखता। मैं जानना चाहता हूं कि क्या यह आगरा से बेहतर बनी है। इस एक्सप्रेस-वे की क्वालिटी खराब है। इस सड़क पर जो सुविधाएं मिलनी चाहिए थी वह आज भी नहीं मिल पाई हैं।
अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा का सबसे प्रिय काम है शौचालय बनवाना, लेकिन पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर एक भी शौचालय नहीं बनवाया। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी अखिलेश यादव ने कसा तंज और कहा कि जब आपके पास बजट ही नहीं है तो मंत्री क्यों बना रहे हो। जाति देखकर मंत्री बनाया जा रहा है लेकिन बीजेपी का यह दाव चलने वाला नहीं है। जाति का मंत्री बनाने से कोई लाभ नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि पिछड़ा वर्ग के लोग जातिगत जनगणना चाहते हैं। इसकी मांग की जा रही है। क्या पिछड़ी जाति का मंत्री बन जाने से जनगणना का काम हो जाएगा। मुख्तार अंसारी के भाई को सपा में शामिल किए जाने के बाद से भाजपा द्वारा किए जा रहे हमले का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मुख्तार के भाई पर सवाल उठाने का हक बीजेपी को नहीं है। क्योंकि बीजेपी के जो मुख्यमंत्री है उनपर भी बहुत सी धाराएं लगी हैं। इस पर बात करने से पहले बीजेपी को टाप-10 अपराधियों की सूची जारी करनी चाहिए।
इसके पूर्व अखिलेश यादव के अतरौलिया पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। बता दें कि बलराम यादव की गिनती सपा के कद्दावर नेताओं में की जाती है और मुलायम सिंह यादव व अखिलेश यादव के बहुत करीबी माने जाते हैं। इस समय उनके बेटे संग्राम सिंह यादव अतरौलिया विधानसभा से विधायक हैं।