बता दें कि सपा मुखिया अखिलेश यादव 13 दिसंबर 2020 को आजमगढ़ भूमि बैनामे के सिलसिले में आये थे। 14 दिसंबर को वे रजिस्ट्रार से भी मिले थे लेकिन उस समय किन्हीं कारणों से भूमि का बैनामा नहीं हो पाया था। इसके बाद खरमास माह शुरू हो गया जिसके कारण बैनामे का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था। शुक्रवार को पूर्व मंत्री बलराम यादव के नेतृत्व में पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव, विधायक नफीस अहमद, बेचई सरोज सहित दर्जनभर नेता रजिस्टार कार्यालय सदर पहुंचे यहां भूमि का बैनामा कराया गया।
भूमि के बैनामे के बाद साफ हो गया कि अखिलेश यादव का नया आशियाना अब अनवरगंज में होगा। खास बात है कि जिस भूमि का बैनामा हुआ है वह मंदुरी हवाई पट्टी से महज छह किलोमीटर दूरी पर है। करीब इतनी ही दूरी शहर से भी है। ऐसे में यहां आने-जाने में भी सपा सुप्रीमो को आसानी होगी। इस कार्यालय की नींव जल्द ही पड़ेगी और यह विधानसभा चुनाव 2022 से पहले बनकर तैयार होगा।
अखिलेश यादव यहीं से पूर्वांचल पर अपनी पकड़ और मजबूत करेंगे। पूर्वांचल के सोनभद्र, गाजीपुर, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, मऊ, बलिया, भदोही और मिर्जापुर समेत अन्य जिलों की 117 से अधिक विधानसभा सीटों को सीधे कवर करने में आसानी होगी। सपा जिलाध्यक्ष हवलदार यादव का कहना है कि हवाई पट्टी पर निर्माण चल रहा है। यहां आने की अनुमति नहीं मिलती। अगर हवाई पट्टी सही होती तो वे सुबह में आते और शाम को लौट जाते। इसके अलावा शहर में आने पर लोगों से मिलने में दिक्कत होती है। इसलिए यहां कार्यालय बनाने का फैसला किया गया। उन्होंने बताया कि कार्यालय जल्द बनकर तैयार होगा। इसके बाद अखिलेश यादव यहां आकर रूकेंगे और यहीं से पूरे पूर्वांचल को डील करेंगे।
BY Ran vijay singh