जिलाध्यक्ष सीमा यादव ने कहा कि आज पूरा देश दीपावली मना रहा है लेकिन हम कार्यकत्री व सहायिका आंदोलन के लिए बाध्य हैं। हमारी दीपावली प्रदेश सरकार के हाथों में है और प्रदेश सरकार नहीं चाहती की आंगनबाड़ी कार्यकत्री व सहायिका दीवाली मनाये। हमारी जायज मांगे न मानकर पूरे प्रदेश में यह संदेश देना चाहती है कि भाजपा केवल नैतिकता की बातें करती है लेकिन वास्तव में सरकार का महिला उत्थान आदि नैतिकता के सिद्धांतों से कोई लेना देना नही हैं।
उन्होंने कहा कि सीडीपीओ व जिला प्रशासन को एसोसिएशन जानकारी भी दे चुका है कि जब तक हम लोगों की मांगे पूरी नहीं हो जाती है हम लोग लोकतान्त्रिक तरीके से धरना देते रहेंगे लेकिन आगामी वजन दिवस को लेकर जिला प्रशासन हम कार्यकत्री व सहायिकाओं को परेशान कर रहा और षडयन्त्र के तहत हमारे धरने को कुचलने का प्रयास कर रहा है।
आंगनबाड़ी कर्मचारी एवं सहायिका एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल को 17 अक्टूबर को राजेन्द्र प्रसाद सिंह निदेशक बाल विकास एवं पुष्टाहार ने वार्ता वजन दिवस को सफल बनाने को लेकर बुलाया था और जब हम लोगों ने अपनी मांगों के विषय में वार्ता की तो उन्होंने त्यौहारों के अवकाश का हवाला देकर टाल दिया। एपीसी समिति के राज प्रताप सिंह कृषि उत्पादन आयुक्त ने मौखिक रूप से मानदेय बढ़ाने पर सहमति जतायी। लखनऊ कूच करो का नारो देते हुए श्रीमती यादव ने कहा कि प्रदेश कमेटी ने 22 अक्टूबर को हम लोग अपने जनपद से कूच करेंगे और 23 अक्टूबर को लखनऊ में विशाल धरना देंगे। इसके बाद भी यदि हमारी मांगे नहीं मानी गयी तो सीएम और विधानसभा का घेराव करने से भी नहीं चूकेंगे।
इस मौके पर महामंत्री लक्ष्मी सिंह, वन्दना पाठक, कंचन यादव, सरोज पाल, त्रिरत्नप्रिया, संगीता गोंड, ममता निगम, लक्ष्मी गोंड, कंचन राय, शशिकला, सुनीता सिंह, सुमन सिंह, सर्वेश यादव, बीना, शकुन्तला, सरोज उपाध्याय, किरन, माधुरी चौरसिया, उषा देवी, शिवकुमारी, सुनंदा, र्प्रतिमा सिंह, आरती सिंह, शैलजा पाल आदि उपस्थित थी।
by RAN VIJAY SINGH