तीनों उसे खेत में लेजाकर गैंगरेप किये और बेहोशी की हालत में सड़क के किनारे फेंककर फरार हो गये। किशोरी काफी देर तक वहीं बेहोश पड़ी रही। होश में आने पर वह किसी तरह घर पहुंची। घर पहुंचकर उसने मां को पूरी बात बताई। परिवार के लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी।
सुबह की घटना होने के बावजूद पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल मुआयना के लिए भेजवाने की बजाय शाम तक थाने पर बैठाए रखा। पीड़ित किशोरी के पिता मनोरोगी हैं। भाई क्षेत्र के एक ईंट-भट्ठा मालिक की गाड़ी चलाता है। घर पर किशोरी अपनी मां के साथ रहती है।
वैसे पुलिस ने पीड़िता के भाई की तहरीर के आधार पर रिपोर्ट पंजीकृत कर आरोपी तौफीक को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो की तलाश जारी है। पुलिस द्वारा पीड़िता को मेडिकल के लिए न भेजे जाने से लोगों में गुस्सा साफ दिख रहा है। लोग पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे है।