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दलित किशोरी को अगवा कर दूसरे समुदाय के युवकों ने किया गैंगरेप, बेहोशी की हालत में सड़क के किनारे फेंका

locationआजमगढ़Published: May 11, 2018 07:10:11 am

Submitted by:

Ashish Shukla

किशोरी को मेडिकल के लिए महिला अस्पताल भेजने के बजाय पुलिस ने थाने में बैठा रखा है

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दलित किशोरी को अगवा कर दूसरे समुदाय के युवकों ने किया गैंगरेप, बेहोशी की हालत में सड़क के किनारे फेंका

आजमगढ़. जिले में महिला सुरक्षा को लेकर किये जा रहे सरकार के दावे गुरूवार को एक बार फिर तार-तार होते दिखे। मुबारकपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में तीन मुस्लिम युवकों ने दलित किशोरी को अगवा कर उसके साथ गैंगरेप किया और बेहोशी की हालत में सड़क के किनारे फेंककर फरार हो गये। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं किशोरी को मेडिकल के लिए महिला अस्पताल भेजने के बजाय पुलिस ने थाने में बैठा रखा है। घटना से क्षेत्र में तनाव व्याप्त है।

मुबारकपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की दलित बस्ती की रहने वाली 16 वर्षीय किशोरी गुरुवार की भोर में खेत में जाने के लिए निकली थी। अभी वहंघर से थोड़े दूर पहुंची थी कि वहां पड़ोसी गांव का मो. तौफीक पुत्र इकबाल, मो. शाहिद पुत्र मुस्तकीम और नजरे आलम पुत्र जैनू पहुंच गए। उन्होंने किशोरी का मुंह बंद कर अपने साथ उठा ले गये।
तीनों उसे खेत में लेजाकर गैंगरेप किये और बेहोशी की हालत में सड़क के किनारे फेंककर फरार हो गये। किशोरी काफी देर तक वहीं बेहोश पड़ी रही। होश में आने पर वह किसी तरह घर पहुंची। घर पहुंचकर उसने मां को पूरी बात बताई। परिवार के लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी।
सुबह की घटना होने के बावजूद पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल मुआयना के लिए भेजवाने की बजाय शाम तक थाने पर बैठाए रखा। पीड़ित किशोरी के पिता मनोरोगी हैं। भाई क्षेत्र के एक ईंट-भट्ठा मालिक की गाड़ी चलाता है। घर पर किशोरी अपनी मां के साथ रहती है।
वैसे पुलिस ने पीड़िता के भाई की तहरीर के आधार पर रिपोर्ट पंजीकृत कर आरोपी तौफीक को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो की तलाश जारी है। पुलिस द्वारा पीड़िता को मेडिकल के लिए न भेजे जाने से लोगों में गुस्सा साफ दिख रहा है। लोग पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे है।

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