जिला मुख्यालय स्थित रोडवेज पर सरकार जमीन मंदिर और मस्जिद के बहाने कब्जा की जा रही है। तो खुद डीएम कार्यालय के एक बाबू ग्रीन लैंड में अस्पताल चला रहा है। लगातार निर्माण जारी है और टास्क फोर्स चुप्पी साधे हुए है। वैसे यह तो महज बानगी है। कई कस्बों में इस समय भी कब्जा चल रहा है। मार्टीनगंज तहसील क्षेत्र के सिकरौर बाजार में दीदारगंज रोड व मार्टीनगंज रोड पर दो तीन महीने पहले पीडब्ल्युडी और ग्राम सभा की भूमि पर कब्जा शुरू हुआ। स्थानीय लोगों की शिकायत पर पीडब्ल्युडी द्वारा जांच कर काम रोकने का आदेश किया गया।
रिपोर्ट थाने से लेकर तहसील तक भेजा गया। यही नहीं शिकायतकर्ताओं ने सीएम योगी तक शिकायत कर दी कि पीडब्ल्युडी की रिपोर्ट के बाद भी अवैध निर्माण जारी है। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई और देखते ही देखते पूरी बिल्डिंग खड़ी हो गयी। आज भी शिकायतकर्ता भटक रहे हैं। डीएम तक सुनने के लिए तैयार नहीं है।
इसी तरह महराजगंज क्षेत्र के अछेवट गांव में सड़क के किनारे करोड़ों की भूमि पर कब्जा कर लिया गया है। खुद डीएम चुद्रभूषण सिंह ने अवैध निर्माण रोकने और मकान गिराने का आदेश दिया था लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। भू माफिया लगातार कब्जा कर रहे हैं। समझा जा सकता है कि जो डीएम खुद अपने आदेश का पालन नहीं करा सकता व और क्या करेगा। जिले में इस तरह के तीन दर्जन से अधिक मामले है जिसमे शिकायत तो हुई है लेकिन अधिकारी दबाये बैठे हैं।
BY- Ranvijay Singh