शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में आशा कार्यकत्रियां जिला मुख्यालय स्थित कुंवर सिंह उद्यान पहुंची। यहां उन्होंने बैठक के बाद डीएम कार्यालय का घेराव किया। कार्यकत्रियों द्वारा प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी। जिलाध्यक्ष संध्या सिंह ने कहा कि मार्टीनगंज में तैनात बीसीपीएम अनीता चौरसिया लगातार कार्यकत्रियों का उत्पीड़न कर रही है। अगर उनसे एक बाउचर भी पास कराना है तो भी उन्हें सुविधा शुल्क देना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि आशा कार्यकत्रियों की शिकायत पर बीसीपीएम का स्थानान्तरण पिछले दिनों किया गया था लेकिन बाद में उसे रद्द कर दिया गया। संगठन ने इस पर सवाल उठाया तो सीएमओ से लेकर एसीएमओ और चिकित्सा प्रभारी ने उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। यहीं नहीं इंटरनेट से फोन कर धमकी दी जा रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वह डीएम कार्यालय के सामने आत्मदाह करेंगी। कारण कि डीएम भी आशा बहुओं की समस्याओं को संज्ञान नहीं ले रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष सीमा सिंह ने कहा कि आशा बहुओं का खुलेआम उत्पीड़न हो रहा है। तीन महीने से किसी आशा के खाते में पैसा नहीं गया। भुगतान के नाम पर खुलेआम वसूली हो रही है। जब हम विरोध करते हैं कि हमारे धरना प्रदर्शन को दबाने की कोशिश की जा रही है। हमें बाहर निकालने की धमकी दी जार ही है। हमने डीएम तक को रिकार्डिंग सौंपी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी। अब हमने फैसला किया है कि जबतक न्याय नहीं होता काम बंद कर डीएम कार्यालय पर डंटे रहेंगे। जरूरत पड़ी तो प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। वहीं एसडीएम, कोतवाल सहित आलाधिकारी मौके पर डटे हैं आशा बहुओं को समझाने का प्रयास कर रहे है लेकिन वे आंदोलन समाप्त करने को तैयार नहीं हैं।