सरायमीर स्थित निजी बैंक के सहायक प्रबंधक विशाल राय का आरोप है कि शुक्रवार की दोपहर तहसीलदार के इशारे पर तहसील के कुछ कर्मी व सुरक्षा गार्ड बैंक पर आए थे। उन्हें बैंक से बाहर बुलाकर गाड़ी में बैठाने के बाद तहसील निजामाबाद ले गए। वहां तहसीलदार ने उन्हें एक कमरे में बंद करवा दिया और उनके कपड़े भी उतरवा लिए।
मामलेे की जानकारी होने पर विशाल के साथी बैंककर्मी भी तहसील पहुंच गए। घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस पहुंची तो किसी तरह से सुलह समझौते के बाद उन्हें देर शाम उसे छुड़ाया गया। इसके बाद पीड़ित विशाल राय देर शाम सरायमीर थाने पहंुचा और तहसीलदार तथा अन्य कर्मियों के खिलाफ तहरीर दी। चुकी मामला अधिकारी से जुड़ा था इसलिए पुलिस ने एफआईआर लिखने के बजाय जांच का बहाना कर सहायक प्रबंधक को लौटा दिया।
रहा सवाल तहसीलदार निजामाबाद का तो वे इस मामले में कुछ बोेलने को तैयार नहीं है। थानाध्यक्ष सरायमीर अनिल कुमार सिंह का कहना है कि बैंक के सहायक प्रबंधक ने निजामाबाद तहसीलदार के खाते से डेढ़ लाख से अधिक रुपये निकाल लिए हैं। असिस्टेंट मैनेजर विशाल राय का कहना है कि तहसीलदार का कार्य देखने वाले व्यक्ति के कहने पर हमने पैसा ट्रांसफर किया था। बैंक में उसी व्यक्ति ने तहसीलदार का खाता खुलवाया था। वही व्यक्ति उनके खातों का लेन-देन करता है। अब फर्जी ढंग से उसका उत्पीड़न किया जा रहा है। अगर पुलिस तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है तो वह इसकी शिकायत उच्चधिकारियों से करेगा।
BY Ran vijay singh