बताते हैं कि धंधारी गांव निवासी संजय सिंह जिवकोपार्जन के लिए आटो चलाता है। 11 जून को मेसर्स सिंह इलेक्ट्रिक स्टोर बूढ़नपुर से भाड़े पर कूलर व फ्रिज लेकर महराजगंज स्थित साईं इंटरप्राइजेज गया। वहां पांच कूलर उतारकर 30 हजार रुपये लेकर वापस बूढ़नपुर लौट रहा था। उसी दौरान उसने कप्तानगंज पुलिस को सूचना दी कि नेवादा तिराहे के पास चार बदमाशों ने गाड़ी रोककर चाकू की नोंक पर वसूली के 30 हजार रुपये लूट लिए।
संजय की तहरीर पर कप्तानगंज पुलिस ने चार अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर विवेचना में जुट गई। विवेचना व साक्ष्य संकलन के आधार पर पुलिस ने विक्रांत यादव, बबलू यादव निवासी सांती, थाना कंधरापुर, विनोद यादव निवासी कटान बाजार, थाना महराजगंज व हरेंद्र यादव निवासी भलुवना थाना कंधरापुर को हिरासत में ले लिया। पुलिस की पूछताछ में सभी ने बताया कि हम लोग नेवादा के ठेके से शराब पीने के बाद घर जाने के लिए रोड पर आटो का इंतजार कर रहे थे। किराया को लेकर चालक से हम लोगों की हाथापाई और मारपीट हुई थी। लूट नहीं हुई और न ही चाकू दिखाया गया था।
इसके बाद पुलिस ने संजय को थाने बुलाया और आरोपियों को उसके सामने पेश कर दिया। आरोपियों को सामने देख संजय इधर-उधर की बातें करने लगा। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया और बताया कि वह साईं नाथ इंटरप्राइजेज को कूलर सप्लाई किया, जहां से उसे 26 हजार रुपये आरके इंटर प्राइजेज के मालिक अतुल सिंह को अदा करने के लिए दिया था। चार हजार रुपये खुद के थे। मारपीट करने वालों को फंसाने के लिए झूठी लूट की सूचना पुलिस को दी। सारा पैसा उसने आटो की सीट के नीचे रखा हूं। पुलिस ने धनराशि को बरामद करने के साथ चालक संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष कप्तानगंज संजय कुमार ने बताया कि मामला केवल मारपीट का था। आटो चालक ने मालिक का पैसा हड़कपने की नीयत से झूठी सूचना दी थी। उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।