बताते चलें कि शुक्रवार को नगर के चौक क्षेत्र स्थित एक दूकान की बिजली काटने को लेकर व्यापारी और एसडीओ के बीच हाथापाई हो गई थी। इस घटना को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए थे। शनिवार को बिजली कर्मचारियों ने बैठक कर आरोपी दूकानदार के खिलाफ पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने पर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी। वहीं रविवार को व्यापारी संगठन भी उक्त व्यापारी के पक्ष में लामबंद हो गया। व्यापारियों ने बैठक कर विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर अवैध वसूली और व्यापारियों के उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की।
कार्रवाई न होने पर व्यापारियों ने सड़क पर उतरने की चेतावनी भी दी। दोनों संगठनों के आमने-सामने आने से मामला तूल पकड़ लिया। उधर पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी न करने से नाराज सोमवार की शाम चार बजे तक पूरे जनपद की बिजली आपूर्ति ठप कर विद्युत कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। पहले तो लोगों ने इसे आम कटौती समझा लेकिन जब काफी देर तक बिजली नहीं आई तो इसका पता लगाने में जुट गए। जब बिजली की कटौती का कारण पता चला तो लोग परेशान हो उठे। जैसे ही बिजली कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने की सूचना जिला प्रशासन को हुई हड़कंप मच गया।
एसडीएम सदर प्रशांत कुमार और सीओ सिटी सच्चिदानंद अधिकारियों के निर्देश पर तत्काल हड़ताली कर्मचारियों के पास पहुंचे। उन्होंने हड़ताली विद्युत कर्मियों से वार्ता की और मंगलवार की शाम तक आरोपियों के गिरफ्तारी का आश्वासन देकर बिजली की आपूर्ति को बहाल कराया। विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति ने चेतावनी दी कि यदि मंगलवार की शाम छह बजे तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई वह दोबारा हड़्ताल पर चले जाएंगे।
by Ran Vijay Singh
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