बता दें कि पिछलेे महीने मारपीट के मामले में रौनापार थाना क्षेत्र के पलिया गांव पहुंची पुलिस पर ग्राम प्र्रधान और उसके सहयोगियों ने हमला कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने प्रधान व अन्य आरोपियों के घर तोड़फोेड़ की थी। इस मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है। सपा, बसपा, कांग्रेस, आजाद समाज पार्टी सहित सभी दल इसे मुद्दा बनानेे में जुटे है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष पलिया गांव पीड़ितों से मिलने पहुुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियोें के खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करनेे की मांग की थी। बातचीत के दौरान ही महिलाओं ने नेता प्रतिपक्ष से सांसद अखिलेश यादव को बुलाने की मांग की थी।
जिस पर राम गोविंद चौधरी ने कहा कि चूंकि मुलायम सिंह यादव दिल्ली के वेदांता हास्पिटल में भर्ती हैं इसलिए वह यहां नहीं आ सके। पूरी घटना की जानकारी अखिलेश यादव को देंगे। विधायक दुर्गा यादव, नफीस अहमद, संग्राम यादव, एमएलसी राकेश उर्फ गुड्डू यादव सदन में मुद्दा उठाएंगे। आम आदमी द्वारा सांसद की क्षेत्र से दूरी बनानेे के सवाल से सपा जहां असहज है वहीं विरोधी दलोें को एक बार फिर मौका मिल गया है।
BY Ranvijay singh