बताते हैं कि जिला अस्पताल में होने वाली भीड़ के चलते अस्पताल प्रशासन ने सुबह करीब आठ बजे से दोपहर दो बजे तक अस्पताल के मुख्य द्वार को बंद करने का निर्णय लिया था। इसके चलते मरीजों व तीमारदारों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। मरीजों को लेकर आने वाली एंबुलेंस भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के पास स्थित गेट से अस्पताल में आ-जा रही थीं। इस पीड़ा से मरीजों ने गुरुवार को मीडिया के लोगों से अवगत कराया। मीडिया कर्मी व अस्पताल आए मरीज अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक से इस संबंध में वार्ता किए। लोगों ने अस्पताल के मुख्य द्वार पर ताला जड़ने का कारण जानना चाहा।
जनदबाव के चलते प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक को अपना निर्णय बदलना पड़ा। इसके बाद अस्पताल के मुख्य द्वार का गेट खोला गया। इसके बाद अस्पताल आने-जाने वाले लोगों ने राहत की सांस ली। अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक का यह तुगलकी फरमान लोगों में चर्चा का विषय बना रहा।
BY- RANVIJAY SINGH