जिले में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। अब तक जिले में 121 लोग संक्रमण का शिकार हो चुके है। इससे प्रशासन की चुनौती लगातार बढ़ रही है। जिले मेें संक्रमण के जांच की व्यवस्था न होने के कारण मुश्किल और बढ़ रही है। अभी यहां मरीजों का सेंपल बीएचयू, केजीएमयू अथवा गोरखपुर भेजा जाता है। जिसके कारण जांच रिपोर्ट आने में समय लगता है।
लैब टेक्नीशियन को प्रशिक्षण :- शासन ने इस समस्या के समाधान के लिए मंडलीय चिकित्सालय में जांच की व्यवस्था शुरू करने का फैसला किया है। जांच में उपयोग होने वाली ट्रू नाट मशीन आ चुकी है। इस मशीन के संचालन के लिए लैब टेक्नीशियन को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। अब संबंधित कंपनी के इंजीनियर आकर मशीन को इंस्टाल करेंगे। विभाग का मानना है कि यह सारी प्रक्रिया एक सप्ताह में पूरी कर ली जाएगी इसके बाद यहां भी जांच शुरू हो जाएगी।
ट्रू नाट मशीन जिले में आ गई :- प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. कृष्ण गोपाल सिंह का कहना है कि शासन द्वारा दो दिन पहले मशीन उपलब्ध करायी गयी है। जल्द ही यह चालू हो जाएगी। वहीं जिला क्षय रोग अधिकारी डा. परवेज अख्तर का कहना है कि मशीन के साथ ही शासन ने टेस्ट किट भी उपलब्ध करा दी है। मशीन के संचालन के लिए लैब टेक्नीशियन ने दिल्ली से प्रशिक्षण हासिल किया है। मशीन इंस्टाल होते ही कोरोना की जांच यहां शुरू हो जाएगी।