बाढ़ से करोड़ों रुपये का नुकसान :- सगड़ी तहसील क्षेत्र के लोग प्रति वर्ष घाघरा नदी की बाढ़ का शिकार होते है। बाढ़ से करोड़ों रुपये का नुकसान होता है। कई गांव घाघरा नदी की बाढ़ में विलीन हो चुके है। इस बार भी पिछले एक महीने से नदी कहर बरपा रही है। गांवों तक पहुंचने के तमाम रास्ते बाढ़ के पानी से बंद हो चुके हैं।
अफसरों और कर्मचारियों ने नहीं सुनी बात :- ग्रामीणों के मुताबिक महुला गढ़वाल बांध के बदरहुआ नाले पर दोनों तरफ से बंधा बना हुआ है ताकि पानी सीधे निकल जाय। पिछले कई दिनों से बंधे में सात जगह रिसाव हो रहा था। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने बाढ़ खंड और तहसील प्रशासन से की थी। यहां तक कि ग्रामीण बाढ़ चौकी पर तैनात कर्मचारियों से मुलाकात कर रिसाव को बंध कराने की मांग की लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। परिणाम रहा कि सोमवार की भोर में बंधा टूट गया। पानी का बहाव तेज होने के कारण थोड़ी ही देर में यह 25 मीटर तक कट गया।
गांव में अफरा तफरी का माहौल :- जिसके कारण टेकनपुर, सहसपुरा, बनकटिया दाम महुला सहित दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी घुस गया। गांव में अफरा तफरी का माहौल है। ग्रामीण सामन को सुरक्षित करने के लिए पलायन कर रहे हैं। ग्रामीणों की मदद से बंधे को बांधा जा रहा है। मौके पर बाढ़ खंड एक्सईएन दीपक कुमार, एसडीएम सगड़ी अरविंद कुमार सिंह, तहसीलदार बृजेश पाठक, सीओ सगड़ी सिद्धार्थ तोमर, थानाध्यक्ष रौनापार नवल किशोर सिंह आदि अधिकारी डटे हुए हैं। अभी बंधा बांधा नहीं जा सका है।
छह और स्थानों पर बंधे में रिसाव :- ग्रामीणों के मुताबिक छह और स्थानों पर बंधे में रिसाव हो रहा है। यहां भी बंधा कभी भी टूट सकता है। सभी का बंधे पर पलायन शुरू हो गया है। लोग अपनी गृहस्थी के सामान व पशुओं के साथ बंधे पर डेरा जमा लिए हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो बंधा टूटने के बाद यहां स्थित और बदतर हुई है। कारण कि दियारा क्षेत्र में 134 गांव के करीब 80 हजार लोग पहले से प्रभावित हैं।