बता दें कि आजमगढ़ जिले की आबादी 50 लाख से अधिक है, लेकिन मेडिकल कालेज को छोड़ दिया जाए, तो किसी भी अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा नहीं है। निजी अस्पताल में मरीजों से मनमानी रकम वसूली जाती थी। हाल में कोरोना वायरस का प्रदेश में बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए अब सरकार गंभीर हो गयी है। संक्रमण होने की स्थिति में तत्काल मरीज को स्वास्थ्य सेवा दी जा सके इसके लिए सरकार मंडलीय अस्पताल में नौ वेंटिलेटर लगवा रही है। इसके इतर प्राइवेट अस्पतालों में आइसोलेशन एवं क्वारंटाइन वार्ड बनाया गया है। इससे अब जिले में निजी व सरकारी अस्पतालों में कुल मिलाकर 40 वेंटिलेटर हो जाएंगे। मंडलीय जिला चिकित्सालय में मात्र एक वेंटिलेटर का भी उपयोग शुरू कर दिया गया है। बाकि वेंटिलेटर जल्द ही यहां पहुंच जाएगा। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. एसकेजी सिंह का कहना है कि शासन से नौ वेंटिलेटर भेजे जाने का आदेश है। स्वास्थ्य कर्मियों को आनलाइन ट्रेनिंग दी जा रही है। वेंटिलेटर मिलने पर स्टॉल करके इलाज शुरू कर दिया जाएगा।