पुलिस के मुताबिक देवगांव कोतवाली क्षेत्र के घुड़सहना नाऊपुर गांव निवासी लालबहादुर यादव दबंग किस्म की व्यक्ति है। उसकी पत्नी गांव की प्रधान है। पिछले पांच चुनाव से इसी के परिवार के लोग प्रधान चुने जाते रहे हैं। वहीं इसी गांव का मृतक हीरालाल यादव देवगांव कोतवाली का हिस्ट्रीशिटर था। उसके खिलाफ हत्या के चार, लूट का एक, गुंडा एक्ट, गैंगेस्टर सहित कुल 18 मुकदमें पंजीकृत है। हीरालाल को लालबहादुर का प्रतिद्वंद्वी माना जाता था। आने वाले पंचायत चुनाव में हीरालाल प्रधानी का चुनाव लड़ना चाहता था।
पहले पिता और फिर पुत्र को मारी गोली :- गुरुवार की शाम लालबहादुर के घर पार्टी थी। जिसमें हीरालाल और उसके 20 वर्षीय पुत्र तेज यादव को भी बुलाया गया था। बताते है कि सभी ने साथ चाउमीन खाया और शराब पीने का दौर शुरू हुआ। इसी दौरान दोनों पक्षों में किसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ और हीरालाल को गोली मार दी गयी। पिता को गोली लगने के बाद तेज यादव ने भागकर खुद को बचाने का प्रयास किया लेकिन उसे 50 मीटर दौड़ाकर गोली मार दी गयी। हीरालाल की तो मौके पर ही मौत हो गयी लेकिन तेज को घायलावस्था में अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। पिता और पुत्र की मौत के बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। बहरहाल देर रात पुलिस ने हालात को नियंत्रण में कर लिया। मृतक के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर ग्राम प्रधान सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपियों को गिरफ्तार करने को दबिश जारी :- पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि पिता पुत्र की हत्या मामले में ग्राम प्रधान सहित छह लोग आरोपित किये गए हैं। इसमें फेंकू यादव पुत्र मुसाई यादव, अजय यादव पुत्र लालबहादुर यादव व ग्राम प्रधान कमली देवी पत्नी विजय बहादुर यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। सुरेंद्र यादव पुत्र फेंकू यादव, दिलीप यादव पुत्र विजय बहादुर यादव व लाल बहादुर यादव पुत्र अमरदेव यादव अभी फरार हैं। इन पर 25-25 हजार का ईनाम घोषित किया गया है। आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए दबिश जारी है।