बता दें कि, भाजपा क बाहुबली पूर्व सांसद रमाकांत यादव सवर्णों को धमकी देने और उनके साथ दुर्व्यवहार को लेकर हमेशा चर्चा में रहे हैं। पिछले दिनों रमाकांत यादव का एक आडियो वायरल हुआ था। जिसमें वे एक युवक को सवर्ण होने पर हाथ पैर तोड़ने की धमकी दे रहे थे।
अब उनके पुत्र विधायक अरूणकांत यादव चर्चा में हैं। विधायक अरूणकांत ने अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड चतुर्थ संतोष कुमार मिश्र को फोन कर 12 जून को शाम करीब छह बजे डाक बंगलें में बुलाया और कहा कि, सभी उपखंड अधिकारियों को से कहो कि फूलपुर-पवई विधानसभा क्षेत्र में विद्युत संबंधी जितने भी एफआईआर हुए है उसे वापस कराओ। साथ ही आज के बाद में कोई भी कार्रवाई मुझसे पूछकर करना। विधायक ने एफआईआर वापसी के लिए एक दिन का समय दिया।
इस पर अधिशासी अभियंता ने असमर्थता जताई तो विधायक भड़क गए और रिवाल्वर निकालकर मेज पर रखते हुए कहा कि, अगर बात नहीं मानी तो हाथ पैर तोड़ेगे फिर जान से मार देंगे। अधिशासी अभियंता किसी तरह वहां से वापस घर आये और सदमें से बीमार पड़ गए। घटना के बाद से अधिकारी के साथ ही पूरा परिवार सहमा हुआ है। अधिकारी का कहना है कि, विधायक चाहते हैं कि अधिकारी कर्मचारी उनके हिसाब से काम करें। उनके लोगों के खिलाफ विद्युत चोरी अथवा बकाये के मामले में कार्रवाई न हो जो संभव नहीं है।
विधायक की धमकी से डरे अधिकारी ने प्रबंध निदेशक पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम वाराणसी, मुख्य अभियंता वितरण खंड आजमगढ़, अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण मंडल आजमगढ़ को पत्र लिखकर कहा है कि, अरूणकांत यादव दबंग एंव प्रभावशाली सामंतवादी प्रवृत्ति का व्यक्ति है। विधायक चाहते हैं कि, उनकी मनमर्जी से काम हो ऐसे में लक्ष्य पूरा करना संभव नहीं है। साथ ही हमारे जीवन पर भी खतरा बना हुआ है। इसलिए जान माल की सुरक्षा के लिए उनका स्थानान्तरण कर दिया जाय। पत्र लीक होने के बाद से विधायक चर्चा में हैं। इस संबंध में विधायक से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन विधायक ने न तो फोन उठाया और ना ही सामने आये।
input रणविजय सिंह