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सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट से मचा सियासी घमासान, आजमगढ़ से अखिलेश यादव नहीं ये लड़ेंगे चुनाव

locationआजमगढ़Published: Mar 15, 2019 01:28:28 pm

Submitted by:

sarveshwari Mishra

बीजेपी के टिकट दावेदारों के चेहरे पर दिख रही चमक

Akhilesh Yadav

Akhilesh Yadav

आजमगढ़. लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है और हर कोई जिताऊ उम्मीदवार की तलाश में है। गठबंधन जहां बीजेपी को मात देने के लिए कोई भी कदम उठाने को तैयार है तो सत्ताधारी दल किसी भी हालत में यूपी में पूराना प्रदर्शन दोहराने के लिए बेचैन दिख रहा है। बीजेपी आजमगढ़ में एक बार फिर बाहुबली रमाकांत यादव पर दाव लगाने की कोशिश में है तो सपा मुलायम का गढ़ बचाने के लिए चाहती है कि अखिलेश यादव यहां से चुनाव लड़े। लेकिन गुरूवार को हुए एक पोस्ट ने राजनीतिक हल्के सियासी तूफान सा ला दिया है। इस पोस्ट के मुताबिक आजमगढ़ से अखिलेश नहीं बल्कि रमाकांत यादव गठबंधन के प्रत्याशी होंगे। इससे जहां बीजेपी के टिकट के दावेदार भीतर ही भीतर खुश हैं तो सपा में टिकट के दावेदारों और रमाकांत के विरोधियों के होश उड़े हुए है। वैसे रमाकांत यादव की इस मुद्दे पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है। वे पूर्व में दावा भी कर चुके है कि सपा में उनकी लाश भी नहीं जाएगी लेकिन हाल के दिनों में रमाकांत की सपा के बड़े नेताओं से मुलाकात के बाद लोगों का मानना है कि राजनीति में कुछ भी संभव है।

बता दें कि बीजेपी आजमगढ़ में कभी भी प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर पाई है। वर्ष 2008 में बसपा से निष्कासित होने के बाद रमाकांत यादव बीजेपी में शामिल हुए लेकिन उन्हें भी 2008 के उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद वर्ष 2009 के आम चुनाव में रमाकांत ने पहली बार आजमगढ़ में बीजेपी का खाता खोला। फिर वे वर्ष 2014 में मोदी लहर के बाद भी मुलायम सिंह से हार गए। वर्ष 2016 में रमाकांत ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ बयानबाजी शुरू की और वर्ष 2017 में जब योगी आदित्यनाथ यूपी के सीए बने तो रमाकांत यादव उनके खिलाफ भी मोर्चा खोल दिये। जबकि रमाकांत को बीजेपी में लाने का श्रेय योगी को ही जाता है।

अपनी बयानबाजियों के चलते ही रमाकांत यादव बीजेपी में हासिए पर चले गए। बात उस समय और बढ़ गयी जब डीएम ने रमाकांत के अवैध खनन पर रोक लगा दी। इन सब के बाद भी बीजेपी रमाकांत को ही वर्ष 2019 का चुनाव लड़ाना चाहती है कारण कि पार्टी के पास यहां विकल्प सीमित हैं और रमाकांत जैसा दमदार प्रत्याशी ढूंढ़ना उसके लिए आसान नहीं है।
Akhilesh yadav
इसी बीच गुरूवार को रमाकांत के समर्थक मनोज यादव ने फेसबुक पर पोस्ट किया कि रमाकांत यादव लोकसभा चुनाव 2019 में सपा के प्रत्याशी हो सकते है। इस पोस्ट के बाद सियासी हलचल काफी तेज हो गयी। कारण कि पूर्व में रमाकांत यादव सपा नेता अबू आसिम आजमी, प्रो. रामगोपाल यादव व अखिलेश यादव से मुलाकात कर चुके है। खुद अबू आसिम ने स्वीकार किया था कि उनकी वापसी सपा में हो सकती है। अब इस पोस्ट के बाद बाहुबली काफी चर्चा में है। कारण कि पूर्व में भी वे कई पार्टिया बदल चुके है। वर्तमान में बीजेपी नेताओं से उनके संबंध भी ठीक नहीं है। दूसरे सपा को भी रमाकांत से खतरा दिख रहा है। कारण कि रमाकांत ने मुलायम सिंह को कड़ी टक्कर दिया था। अगर वे बीजेपी से मैदान में आते है तो अखिलेश के लिए भी मुश्किल पैदा कर सकते है।
BY- Ranvijay Singh

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