बता दें कि बलिया के दुर्जनपुर में हुआ हत्याकांड लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। एक तरफ जहां विपक्ष सरकार पर हमलावर है तो दूसरी तरफ भाजपा के बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह भी आरोपी के साथ खड़े होकर पार्टी और सरकार की फजीहत करायी। अब करणी सेना आरोपी का समर्थन कर सरकार और पुलिस के लिए चुनौती खड़ी कर रही है।
बुधवार को पुलिस को जानकारी मिली कि करणी सेना के प्रदेष अध्यक्ष फैजाबाद, आंबेडकर नगर के रास्ते बलिया जाने वाले हैं। फिर क्या था पुलिस अलर्ट हो गयी। आजमगढ़, आंबेडकरनगर जनपद के बार्डर लोहरा टोल प्लाजा पर पुलिस ने नाकेबंदी कर ली। खुद एएसपी ग्रामीण सिद्धार्थ मानीटरिग कर रहे थे। पुलिस की तैयारियों की भनक लगते ही करणी सेना की टीम ने बसखारी से ही अपना रास्ता बदल दिया।
उनके पहुंचने में देर होने पर पुलिस को आशंका हुई तो पुलिस ने बलिया जाने वाले सभी रास्ते पर चैकसी बढ़ा दी। इसके चलते प्रदेश अध्यक्ष के साथ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह, संगठन की मातृशक्ति ज्योत्सना आदि बूढ़नपुर में पुलिस की नजर में आ गए।
करणी सेना से जुड़े स्थानीय संगठन के लोग भी जहां-तहां रोक लिए गए। बूढ़नपुर में करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष बलिया जाने पर अड़े रहे। पुलिस के मनाने पर भी बात नहीं बनी तो उन्हें कोयलसा ब्लाक परिसर में रखा गया। मौके पर उप जिलाधिकारी बूढ़नपुर दिनेश मिश्रा, क्षेत्राधिकारी महेंद्र कुमार शुक्ला, थानाध्यक्ष अतरौलिया दिनेश कुमार यादव, थानाध्यक्ष अहरौला, थानाध्यक्ष कप्तानगंज समेत बड़ी सख्या में पुलिस के जवान मौजूद थे। अंत में स्थित यह हो गयी कि प्रदेश अध्यक्ष सहित 33 लोगों को ब्लाक परिसर में ही नजरबंद करना पड़ा। देर शाम उन्हें निजी मुचलके पर रिहा किया गया।
BY Ran vijay singh