खासकर ग्रामीण इलाकों में उपभोक्ताओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कैश के लिए एटीएम की दौड़ में दिन भर लोग व्यस्त रहे।यूनियन बैंक के सिविल लांइस स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पर कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की।यूनियन के जिला इकाई के उपाध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि आज बैँकों की स्थिति विकट हो चुकी है। उन्होने आरोप लगाया कि हमारे ही बीच के कुछ लोग सरकार के साथ मिलकर हड़ताल को विफल करने के प्रयास में लगे हैं। विष्णु गुप्ता ने कहा कि सरकार बैंकों के निजीकरण के प्रयास में है। ऐसा करके वो निरीह कर्मचारियों और जनता को ***** बनाना चाहती हैं।
बैँकों के निजीकरण से बड़ी संख्या में कर्मचारियों की नौकरियों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इस दौरान मुख्य रूप से यूनियनबैंक के दुर्गा प्रसाद, राजेश प्रताप, सत्यनारायण, राजकुमार, कमलेश, संजीव, सदरे आलम, अखिलेश यादव, विनोद मौर्य व बैंक आफ इंडिया के शमशाद, बैंकऑफ बडौदा के सरफराज आदि मौजूद रहे।
By Ran Vijay Singh