शहर में गोविन्द दुबे के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट चौराहें से शांतिपूर्ण जुलूस निकालकर भारत बंद का समर्थन किया गया। इस दौरान पूरे नगर का भ्रमण करते हुए अग्रसेन चौराहा, चौक, तकिया, पहाड़पुर, सिविल लाइन, रैदोपुर, रोडवेज आदि क्षेत्रों में प्रदर्शन किया गया। फिर कलेक्ट्रेट स्थित रिक्शा स्टैंड पर सभा की गयी। इस दौरान काला कानून समाप्त हो,एससी-एसटी एक्ट का दुरूपयोग बंद हो जैसे नारे लगाए गए।
जनसभा को संबोधित करते हुए उमेश सिंह गुड्डू ने कहा कि भारत की सर्वोच्च संवैधानिक संस्था सुप्रीम कोर्ट के न्याय तंत्र पर अविश्वास करने तथा भारतीय संसद द्वारा हस्तक्षेप कर एससी एसटी कानून में बदलाव करने की जितनी निंदा की जाय कम है। इसलिए हम भारत बंद का समर्थन करते है और संसद द्वारा पारित अधिनियम अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम 2018 का विरोध करते हैं। यह न्याय, समता, निष्पक्षता का गला घोंटने की कोशिश है।
गोविन्द दुबे ने कहा कि एससी एसटी एक्ट से सहमत हूं लेकिन उसके प्रावधान पर हमारी आपत्ति है क्योंकि अकारण ही इस कानून के जरिये साजिश के तहत लोगों को फंसाया जा सकता है और यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक सरकार पुनः विचार करते हुए इसे वापस नहीं लेती। विवेक पांडेय ने कहा कि सरकार द्वारा एक तरफ सबका साथ सबका विकास की बात की जाती है तो दूसरी तरफ एससी-एसटी कानून पास कर समाज को बांटने का काम कर रही है। कहीं न कहीं सरकार की मंशा जाति हिंसा भड़काना हैं। सरकार की इस नीति का हम पूरजोर विरोध करते है और जनजन से अपील करते है वे इस कानून के विरोध में खड़ा हो और अपने आपत्ति जताये।
विरोध प्रदर्शन में पद्माकर लाल वर्मा, विनीत सिंह रीशू, अरूण पाठक, विवेक सिंह, रजनीश राय, प्रवीण सिंह मानवेन्द्र सिंह, विक्की सिंह, विवेक राय, इंद्रजीत सिंह, अनुभव सिंह, बजरंग, समर प्रताप सिंह, अधिवक्ता मनोज कुमार सिंह, अभिषेक सिंह, चन्दन सिंह, रत्न पांडेय, पवन सिंह सम्राट, धीरेन्द्रधर द्विवेदी, संतोष पाठक, शिवाकांत पांडेय, भाला सिंह, प्रभाकर राय, अंजली कुमार श्रीवास्तव, राकेश मौर्य, प्रजापति, गोंड, सौरभ सिंह, राकेश सिंह, संदीप सिंह, आकाश मिश्रा, सौरभ पांडेय, सुधीर सिंह, बिट्टू पांडेय, आदित्य पांडेय, आशीष, गौरव, आशीष सिंह आदि शामिल थे।
By Ran Vijay Singh