बता दें कि आजमगढ़ संसदीय सीट पर सपा बसपा गठबंधन से पूर्व सीएम अखिलेश यादव प्रत्याशी है। चुंकि इस सीट से मुलायम सिंह यादव सांसद है इसलिए सपा के लोग इसे प्रतिष्ठा से जोड़कर देख रहे है। अखिलेश को बड़े अंतर से चुनाव जिताने के लिए दो दिन के भीतर बदायूं के सांसद धर्मेंद्र यादव, मैनपुरी के सांसद तेज प्रताप यादव, फिरोजाबाद के सांसद अक्षय यादव के अलावा राज्यसभा सांसद विश्वंभर निषाद, एमएलसी रामपाल कश्यप, आनंद भदौरिया, सुनील सिंह और पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा आजमगढ़ पहुंच रहे हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरनमय नंदा और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल सात मई को जिले में आएंगे। आठ मई को बसपा मुखिया मायावती और सपा मुखिया अखिलेश यादव संयुक्त सभा करेंगे। सभा के पूर्व अन्य नेता नुक्कड़ सभा, रोड शो के जरिए अखिलेश के पक्ष में माहौल बनाएंगे।
रहा सवाल भाजपा का तो पार्टी प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ एक पखवारे से मैदान में जुटे हुए है। सीएम योगी, वन मंत्री दारा सिंह चौहान, राज्यमंत्री अनिल राजनभर, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सभा कर चुके हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक सीएम योगी और डिप्टी सीएम आने वाले दिनों में सभी विधानसभा क्षेत्रों में एक एक सभा करेंगे। इसके अलावा नौ को पीएम मोदी की सभा होगी। इसके पूर्व प्रदेश सरकार के मंत्री व केंद्र व राज्य सरकार में शामिल घटक दलों के नेता निरहुआ के पक्ष में सभा कर माहौल बनाते दिखेंगे। दोनों ही पक्ष सीट जीतने का दावा कर रहे है। रहा सवाल मतदाताओं का तो वह जातिगत आधार पर बटा जरूर दिख रहा है लेकिन चुप्पी तोड़ने को तैयार नहीं है।
BY- Ranvijay Singh